👌 *प्रा. डॉ. नीता मेश्राम इनके भविष्य के लिखाण से, बुध्द सौंदर्य-मानवशास्त्र साहित्य अभिप्रेत....!!!*
*डॉ मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* नागपुर
*"शंकरराव खरात एवं बाबुराव बागुल यह दो दलित साहित्यिक, डॉ बाबासाहेब आंबेडकर इनके समकालीन थे. शंकरराव खरात इन्होने तो, बाबासाहेब के आंदोलन में अपना सक्रिय सहभाग लिया. वही बाबुराव बागुल इन्होने तो अपनी कलम, बाबासाहेब के विचारधारा के लिये अर्पित की. सदर दोनो ही मान्यवरों ने, बहुत गरिबी देखी. वही वे अपनी कलम से, साहित्य के चोटीपर चले गये. प्रा नीता मेश्राम का उन पर लिखा गया तौलनिक लिखाण, एक सशक्त संशोधनात्मक कदम है. वही तौलनिक साहित्याभ्यास पर, प्रा नीता की संशोधन पहल, वह एक भविष्य की अलग समीक्षा सोच रहेगी. वही प्रा नीता मेश्राम का अगला लिखाण यह, "बुध्द सौंदर्य - मानवशास्त्र" इस विषय पर हो...! हम उन से यह अपेक्षा करते है."* यह विचार नामांकित कवि - लेखक - विचारविद *डॉ मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्होने, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल (वुमन विंग) की राष्ट्रीय सहसचिव तथा सी.आर.पी.सी वुमन क्लब की राष्ट्रीय सचिव एवं आंबेडकरी नामवंत लेखिका / संशोधक *प्रा. डॉ. नीता मेश्राम* लिखित दो किताबों के विमोचन करते हुये व्यक्त किये.
प्रा. डॉ. नीता मेश्राम लिखित दो मराठी किताबें - *"शंकरराव खरात आणि बाबुराव बागुल यांच्या कथा वाङमयाच्या तौलनिक अभ्यास"* तथा *"तौलनिक साहित्याभ्यास संकल्पना व विचार"* इस का विमोचन *"सी.आर.पी.सी. वुमन क्लब सभागृह,"* जीवक विहार, नवा नकाशा नागपुर में, बौध्द - आंबेडकरी लेखक *डॉ मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनके हाथों तथा सी.आर.पी. सी. के राष्ट्रीय सचिव *सुर्यभान शेंडे*, सी. आर. पी. सी. वुमन विंग / क्लब की राष्ट्रीय अध्यक्षा *प्रा. वंदना जीवने, प्रा. वर्षा चहांदे* इनकी प्रमुख उपस्थिती में संपन्न हुआ. सी. आर. पी. सी. की राष्ट्रीय महासचिव *डॉ. किरण मेश्राम* इन्होने संचालन किया. वही महिला विंग की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष *डॉ मनिषा घोष* इन्होने आभार माना. *प्रा. विलास पाटील* इन्होने प्रमुख अतिथी वर्ग का स्वागत किया. *डॉ. भारती लांजेवार, अॅड. हर्षवर्धन मेश्राम* इन्होने, सदर कार्यक्रम की सफलता में अपना योगदान दिया.
* आयोजन - *डॉ. किरण मेश्राम / डॉ. मनिषा घोष*
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