Sunday 21 May 2023

 👌 *HWPL (H.Q.: Korea) इस विश्व स्तरीय आंतरराष्ट्रिय संघटन की ओर से, २१ मई २०२३ को झुम पर आयोजित, "आंतरधर्मीय परिसंवाद" कार्यक्रम...!*

* *डा. मिलिन्द जीवने,* अध्यक्ष - अश्वघोष बुध्दीस्ट फाऊंडेशन, नागपुर *(बुध्दीस्ट एक्सपर्ट / फालोवर)* इन्होंने वहां पुछें दो प्रश्नों पर, इस प्रकार उत्तर दिये...!!!


* प्रश्न - १ :

* *कृपया अपने धर्म में एक प्रतिनिधी का पोशाक पेश करे.*

* उत्तर : - बौध्द धर्म में प्रतिनिधी, दो प्रकार के होते है.‌ एक बौध्द भिक्खु होता है.‌ और दुसरा सिव्हिलियन होता है. बौध्द भिक्खु का पोशाक एक विशिष्ट होता है.‌ जिसमें "अंतरवासक, उत्तरासंग (तिवरा, चिवोन), संगती" यह सम्मिलित है. और सिव्हिलियन  लोग, शादी के समय तथा अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में, श्वेत वस्त्र (White Cloth) पहनते है. वही अलग अलग देश में, विभिन्न रंग के पोशाक पहने, बौध्द भिक्खु दिखाई देते है. उसके कई कारण है. उस देश का पर्यावरण, पंथ भेद आदी.‌  यह फोटो देखने से, वह बात समझने में आसानी होगी. 

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दो फोटों - विभिन्न देशों के बौध्द भिक्खु एवं पोशाक 


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* प्रश्न - २ :

* *अपने धर्म (या शास्त्रों) के अनुसार, पोशाक पहनने का, क्या कारण है ? क्या पोशाक में, कोई प्रतिकात्मक अर्थ है ?*

* उत्तर :- बौध्द भिक्खु का पोशाक, यह विवेकपुर्ण होता है. वह संसार का त्याग कर, भिक्खु बनना स्विकार करता है. अत: *"उपादी"* स्वरुप, भिक्खु पोशाक को धारण करता है. बौध्द धर्म के भिक्खु की पहचान भी, पोशाक में एक समानता से दिखाई देती है. बौध्द धर्म में, आम तौर पर मान्यताप्राप्त रंग *"नारंगी"* है. यह दुराचारी गुणों का त्याग करता है. जैसे - जुनुन, ईच्छा, क्रोध, ईर्ष्या.‌ 

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तथागत बुध्द के समय बुध्द धर्म में, संप्रदाय का किसी प्रकार का विभाजन नही था. उनके महापरिनिर्वाण के बाद, *"महायान / हीनयान (थेरवाद) "* दिखाई देता है. और बाद में, *"वज्रयान"* संप्रदाय का भी निर्माण हुआ. *" झेन (जेन)"* संप्रदाय का भी, जो जापान, चायना, कोरिया इन देशों मे दिखाई देता  है. और पोशाक में भी भौगोलीक / स्कुल कारणों सें, बदलाव दिखाई देता है.

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विभिन्न देशों के बौध्द भिक्खु के पोशाक के रंग :

* भारत, बर्मा, थायलंड, श्रीलंका - नारंगी, पीले, लाल, बरगंडी रंग के

* चायना - काले, भुरे रंग के

* कोरिया - गहरा लाल, ग्रे रंग के

* जापान - काला, सफेद‌ रंग के

* कुछ भिक्खुणी - सफेद रंग के भी

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बौध्द भिक्खु के, पोशाक विशेषत: तिन भागों में विभाजीत होता है. भिक्खुणी के चार भागों में...

* अंतरवासक

* उत्तरा संग ( तिवरा, चिवोन)

* संगति

कुछ देशों में / संप्रदाय में, बौध्द भिक्खु के पोशाक को, अलग नाम भी दिया गया है.

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बौध्द भिक्खु को, यह पोशाक पहन से, सन्मान के दृष्टी से, देखा जाता है.‌ वह बौध्द भिक्खु उपादी का भी प्रतिक है. यह पोशाक पहन से, व्यक्तित्व की पहचान भी दिखाई देती है.

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बौध्द धर्म के सिव्हिलियन लोग, धार्मिक कार्यक्रमों में, तथा ‌विवाह के प्रसंग पर वर - वधु का पहरावा यह श्वेत रंग ( White Colour) होता है. जो शुध्दता का प्रतिक है. 


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* परिचय : -

* *डाॅ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*

    (बौध्द - आंबेडकरी लेखक /विचारवंत / चिंतक)

* मो.न.‌ ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२

* राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी वुमन विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी एम्प्लाई विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी ट्रायबल विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी वुमन क्लब

* अध्यक्ष, जागतिक बौध्द परिषद २००६ (नागपूर)

* स्वागताध्यक्ष, विश्व बौध्दमय आंतरराष्ट्रिय परिषद २०१३, २०१४, २०१५

* आयोजक, जागतिक बौध्द महिला परिषद २०१५ (नागपूर)

* अध्यक्ष, अश्वघोष बुध्दीस्ट फाऊंडेशन नागपुर

* अध्यक्ष, जीवक वेलफेयर सोसायटी

* माजी अध्यक्ष, अमृतवन लेप्रोसी रिहबिलिटेशन सेंटर, नागपूर

* अध्यक्ष, अखिल भारतीय आंबेडकरी विचार परिषद २०१७, २०२०

* आयोजक, अखिल भारतीय आंबेडकरी महिला विचार परिषद २०२०

* अध्यक्ष, डाॅ. आंबेडकर आंतरराष्ट्रिय बुध्दीस्ट मिशन

* माजी मानद प्राध्यापक, डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक संस्थान, महु (म.प्र.)

* आगामी पुस्तक प्रकाशन :

* *संविधान संस्कृती* (मराठी कविता संग्रह)

* *बुध्द पंख* (मराठी कविता संग्रह)

* *निर्वाण* (मराठी कविता संग्रह)

* *संविधान संस्कृती की ओर* (हिंदी कविता संग्रह)

* *पद मुद्रा* (हिंदी कविता संग्रह)

* *इंडियाइझम आणि डाॅ. आंबेडकर*

* *तिसरे महायुद्ध आणि डॉ. आंबेडकर*

* पत्ता : ४९४, जीवक विहार परिसर, नया नकाशा, स्वास्तिक स्कुल के पास, लष्करीबाग, नागपुर ४४००१७

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