🔹 *दीक्षाभूमी नागपुर के धम्म चक्र प्रवर्तन दिन पर द्वार खुले करने संदर्भ में, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल का शिष्टमंडल यह विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी, मनपा आयुक्त, पोलिस आयुक्त, स्मारक समिती को मिला...!!!*
धम्म चक्र प्रवर्तन दिन तथा धम्म दीक्षा दिन इन दो दिनों पर, भारत ही नहीं तो समस्त विश्व से बौध्द समुदाय, दीक्षाभूमी नागपुर में अभिवादन करने आते है. नमन करने आते है. वह दो दिन समस्त विश्व के बौध्द समुदायों का, श्रध्दा का भाव है. अत: उन दो अलग अलग दिन अर्थात *दिनांक १४ अक्तुंबर २०२० को तथा २४ - २५ - २६ अक्तुंबर २०२० को,* दीक्षाभूमी नागपुर के *समस्त बाहरी एवं अंदरुनी द्वार २४ घंटे* बौध्द समुदाय को दर्शन करने के मांग के लेकरं, *सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल* के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं *सी. आर. पी. सी. वुमन विंग / सी. आर.पी. सी. एम्प्लाई विंग / सी. आर.पी. सी. वुमन क्लब* के राष्ट्रीय पेट्रान *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनके नेतॄत्व में, तथा महिला विंग / वुमन क्लब की राष्ट्रीय अध्यक्षा *प्रा. वंदना जीवने* एवं राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा *डॉ. किरण मेश्राम* इन प्रमुख सहपाठी के साथ साथ - *ममता वरठे / प्रा. वर्षा चहांदे / प्रा. डॉ. नीता मेश्राम / डॉ. साधना गेडाम / कल्याणी इंदोरकर / चैताली रामटेके / अमिता फुलकर / संध्या रंगारी / अॅड. हषु मेश्राम / रमेश वरठे / सुरेश रंगारी* आदी पदाधिकारी वर्ग के शिष्टमंडल को लेकरं, दिनांक ५ अक्तुंबर २०२० को, *विभागीय आयुक्त / जिलाधिकारी / मनपा आयुक्त / पोलिस आयुक्त / दीक्षाभूमी स्मारक समिती* इनसे मिला. तथा उनके सामने बौध्द समुदाय की भावनाएं भी रखी. अगर आप लोगों ने हमारी उस मांग को अनुमती ना दी तो, मा. उच्च न्यायालय में जनहित याचिका तथा संबंधित दोषी अधिकारी के विरोध में, अॅट्रोसिटी के अंतर्गत केस दर्ज करने हेतु अलग से, याचिका दायर करने की, उन्हे जानकारी दी. यही नही डॉ. मिलिन्द जीवने इनकी ओर से, उनके वकिल *अॅड. डॉ. मोहन गवई* इन्होने, इ मेल तथा स्पिड पोष्ट से कानुनी नोटीस, दिये जाने से उन्हे अवगत कराया.
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