👌 *बुद्ध अस्थीधातु कलश यात्रा संदर्भ में महाठग - नितिन गजभिये और कंपनी विरोध में पुलिस में शिकायत दर्ज !*(पुना सें सौंसर)
*डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य',* नागपुर १७
राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल
एक्स व्हिजिटिंग प्रोफेसर, डॉ बी आर आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ महु म प्र
मो. न. ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२
नागपुर दिनांक ४ सितंबर २०२४
प्रति,
१. मा. पोलिस निरीक्षक, पाचपावली पोलिस स्टेशन, नागपुर १७
2. मां. पोलिस आयुक्त, सिव्हिल लाइन्स, नागपुर ०१
विषय : षद्म प्रकार से *"बुध्द अस्थिधातु / सारीपुत - मोग्गलान अस्थीधातु / डॉ आंबेडकर अस्थीधातु कलश यात्रा"* यह पुणे से सौंसर (म..प्र.) तक एवं महाराष्ट्र / मध्य प्रदेश शहरों सें घुमाकर - *आंबेडकरी / बौध्द समाज की दिशाभूल करना / भावना से खेलना / धोकादारी करना / सामाजिक सौहार्द बिघाडना / गाली गलोच करना / जान से मारर्ने की धमकी देना / पैसों की अफरातफर संदर्भ में केस दायर* करने हेतु तथा *१० सितंबर २०२४ को निकलने वाली रथयात्रा पर बंदी* लाने हेतु !
गैर तक्रारदार : १. *नितीन गजभिये* मो. ९३७३४०१०३०, ८८९०४९०४१९५ सचिव, इंडो आशियन मेत्ता फाऊंडेशन, नारी रोड, पंजाब नैशनल बैंक के ऊपर, भारत गैस एजंसी के बाजु में, नागपुर
२. *स्मिता वाकडे* मो. न. ९०२१०५५३५५
3. *अभिजित बरुआ* मो. न. ९३५९८१४०३८
4. *कैलास मोरे* मो.न. ८००७३१८४३
महोदय,
उपरोक्त विषय संदर्भन्वये आप के पास निम्न शिकायत कर रहे है.
१. श्रीलंका आर्किओलॉजी विभाग के पत्र में, श्रीलंका से आने वाली *"अस्थीधातु"* यह *"बुद्ध अस्थिधातु"* है, यह कही भी लिखा नहीं है या कोई प्रमाण नहीं है. (सदर पत्र सलग्न) परंतु गैर अर्जदार इन्होने *"बुद्ध अस्थिधातु कलशयात्रा"* यह पुना से निकालने की प्रसिद्धी देकरं, समाज की दिशाभूल की है.
2. सदर यात्रा में *"सारीपुत - मोग्गलान अस्थीधातु"* होने की बात कही गयी है. सदर अस्थीधातु यह तत्कालीन प्रधानमंत्री *प. जवाहरलाल नेहरू* इनके माध्यम से, इंग्लंड से भारत लाकर, *"महाबोधी सोसायटी ऑफ श्रीलंका"* इनके सुपुर्द की गयी है. और वह संस्था इस तरह यात्रा कार्य नहीं करती. यह भी धोकादारी प्रकार है.
3. परमपूज्य *डॉ बाबासाहेब आंबेडकर अस्थीधातु "* रहने की बात कही गयी है. परंतु उचित प्रमाण नहीं है. यह भी धोकादारी है.
4. गैरअर्जदार क्र १ यह *धोकादारी करनेवाला / गुंडा व्यक्ती* पेट्रोल पंप पर, पेट्रोल वाटप करने वाला कर्मचारी था. लोगों को फंसाना ये उसका काम होकर इस संदर्भ में, आपको निम्न शिकायत की जाती है.
5. सिहोरा (कन्हान) ता. पारशिवनी जि. नागपुर इस गाव के किसान के जमिन की *"पावर आफ अटर्नी"* कराकर, उस पर हजारो प्लाट गिराकर, उसे बेचकर भी किसानों को खेती का मुल्य नहीं दिया गया. ना ही प्लाट की रजीस्ट्री की गयी है. यह अनैतिक काम *"में. शिवली बोधी इन्फ्रास्ट्रक्चरर प्रा ली."* इस नाम से की गयी है.
6. सदर जगह शिवली बोधी इन्फ्रास्ट्रक्चरर प्रा ली द्वारा *"अहिल्याबाई होळकर बहुद्देशीय शिक्षण संस्था"* इस नाम ट्रान्स्फर कराकर, वहां *"बुद्धा इंटरनैशनल स्कुल"* खोलने के नाम पर, महाराष्ट्र शासन के *"मुद्रांक शुल्क विभाग"* को *"रु. १४ लाख ९० हजार"* मुद्रांक शुल्क डुबाकर, शासन से धोकादारी कर, स्कुल भी खोली नहीं गयी.
7. सदर जगह पर स्कुल ना खोलकर, महाराष्ट्र शासन के सामाजिक न्याय विभाग से *"विपश्यना केंद्र"* के नाम पर, २ करोड राशी लेकर धोकादारी की. और पुनश्च उसी जगह पर, *"४ करोड राशी का नया प्रस्ताव"* डाला गया. वह सभी शिकायत पत्र सलग्न है.
8. इसके साथ ही ४ - ५ माह पुर्व *"विपश्यना"* के नाम पर, *"थायलंड"* देश ले जाकर, कोई सुविधा नहीं उपलब्ध गयी. इस कारणवश बहुतसे लोक थायलंड से भारत वापस लौटे. परंतु उनके पैसे लोगों को नहीं लौटाकर, उन लोगों में सें भंतें को मारपिट करना, गाली गलोच करना, जीवे मारर्ने की धमकी देना किया गया. इस संदर्भ में नासिक के *बाळासाहेब सोनवणे* (मो. ९६५७५८८१३) / मुंबई के माजी पोलीस निरीक्षक *सिध्दार्थ सपकाळ* (मो. ७७३८६५०२८९, ९८२१४५०२८९) ऐसे कुछ लोग साक्ष देत सकते हैं.
9. यही नहीं तो, *"थायलंड"* तथा अन्य देशों से *"भगवान बुद्ध"* की मुर्ती लाकर, *"बुद्ध मुर्ती की तस्करी"* गैरअर्जदार क्र. १ इसने शुरु की है. इस प्रकार अवैध व्यापार चला है. वही कुछ लोगो से *"एडव्हांस में पैसे"* लेकरं, बहुत कुछ लोगों को बुद्ध मुर्ती नहीं दी गयी. इस प्रकार से धोकादारी के शिकार *वसंत वाघमारे* (मो. ८०८७२२९७३१) समान लोक साक्ष देंगे.
इस प्रकार से गैर अर्जदार लोगों ने अनैतिक काम करने के कारण, *"समाज मन के भावना से खिलवाड / सामाजिक सौहार्द बिघाडना / लोगों को इकठ्ठा करना / धोकाधडी करना / गाली गलोच करना / जीवे मारर्ने की धमकी देना"* आदी कलम अंतर्गत केस दायर करने की विनंती करते है. तथा *"अस्थी कलश यात्रा पर बंदी"* लाने की मांग करते है.
धन्यवाद !
नागपुर दिनांक ४ सितंबर २०२४
सलग्न - १७ डाक्युमेंट पेजेस
आपका,
*डॉ मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*
राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल
( *सुचना* - जो कोई भी व्यक्ती *महाठग - नितिन गजभिये* के धोकाधडी का शिकार हो, वे व्यक्ति भी उनके क्षेत्र के पुलिस स्टेशन में, शिकायत दर्ज कर सकते हैं. और सामाजिक बांधिलकी निभाने वाले भी. यह अच्छा अवसर है.)
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