Wednesday, 24 May 2023

 👌 *बुध्द का आगाज...!*

       *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* 

        मो. न. ९३७०९८४१३८


बुध्द का आगाज है, विश्व शांती के लिए 

नफरत युंं मिटाना है, सच्चे मन के लिए ...


कोई नाता बनता है, रिस्ते निभाने के लिए 

ठोकर मारनेवाले भी है, दुरी रखने के लिए

बडे बडे वादे करते है, सिर्फ बताने के लिए 

वही जोडने की बात है, राजनीति के लिए....


लोक पास आते है, सिर्फ यें मतलब के लिए 

काम हो गया तो, वो पहचान भुलने के लिए

अपना या पराया है, भारी घडी मन के लिए

सुख की निंद कहां है, वो दगावान के लिए...


पंछी उड जाता है, खतरा युं बताने के लिए 

लंगुरों का कुदना है, वो सचेत करने के लिए 

शेर का आना भी है, शिकार करने के लिए

अब जागते रहना है, स्वयं के रक्षा के लिए...


* * * * * * * * * * * * * * * * * *

नागपुर, दिनांक २३ मई २०२३

No comments:

Post a Comment