✒️ *बाबासाहेब आंबेडकर इनके जीवन संघर्ष में मां रमाई के त्याग - बलिदान को हम कभी भुल नही सकते...!* - घोगली (कोराडी) का कार्यक्रम.
*डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*
राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल
"मां रमाई बाबासाहेब के जीवन की एक आदर्श है. बाबासाहेब आंबेडकर इनके जीवन संघर्ष में, मां रमाई के त्याग - बलिदान - समर्पण को, हम कभी भुल नही सकते. बाबासाहेब ने हमें जो संविधान दिया है, वह हमारे अधिकारों का एक महत्वपुर्ण दस्तावेज है. भारत का संविधान यह कोई कानुनी किताब नही है. बल्की वह एक कानुनी दस्तावेज है. इसलिये संविधान यह किसी प्रकार का साहित्य भी नही है.", यह विचार सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रिय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्होने " दक्ष पत्रकार संघ / भारतीय कामगार युनियन / सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल (शाखा - कोराडी) द्वारा आयोजित *"डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जयंती समारोह"* में उदघाटक पद पर बोल रहे थे. अध्यक्षता घोगली के सरंपच *राहुल सोनारे* इन्होने की. प्रमुख अतिथी पंचायत समिती नागपुर की सभापती *श्रीमती रूपाली मनोहर* / महिला बाल कल्याण अधिकारी (ग्रामिण) *मनिषा भुरचंडी* / सीआरपीसी के *एड.विष्णु पानतावणे* / उपसरपंच *ओमप्रकाश भांगे* / *गुणवंत राऊत / चक्रधर राऊत / निखिल सोनारे / वर्षाताई घोडमारे / मंगला महल्ले / शीलाताई बोलधमे / अपर्णा मिलिन्द गाडेकर* यह मान्यवर प्रमुख अतिथी उपस्थित थे.
कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन *मिलिन्द गाडेकर* इन्होने किया. उस कार्यक्रम को सह्याद्रि फाऊंडेशन का योगदान रहा. विभिन्न स्पर्धाओं के विजेता छात्रों को, अतिथी के हाथों पुरस्कार देकर सन्मानित किया गया. कार्यक्रम की सफलता में *मैत्रेय गाडेकर / नाना राऊत / शेखर आदमने / गोपाळ उमाठे / दिलिप वर्मा / संजय बावनकर / जगन्नाथ पोपटे* आदी कार्यकर्ताओं का सफल योगदान रहा.
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