👌 *बुध्द अस्थिधातु (?) कलश के नाम पर महाठग नितिन गजभिये की कुटील महाठगी. नागपुर के कुकडे ले आउट स्थित भंते का, क्या महाठगी में साथ है ? एक प्रश्न.*
*डॉ मिलिन्द जीवने 'शाक्य',* नागपुर १७
राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल
एक्स व्हिजिटिंग प्रोफेसर डॉ बी आर आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विद्यापीठ महु म प्र
मो. न. ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२
महाठग नितिन गजभिये इस अनैतिक पुरुष ने *"बुध्द अस्थिधातु कलश / सारीपुत्र - मोग्गलान अस्थीधातु / डॉ बाबासाहेब आंबेडकर अस्थीधातु"* कलश यात्रा के नाम पर, बडा गाजावाजा किया है. जब मेरा लेख प्रकाशित हुंडा, तब महाठग नितिन गजभिये इसने वह केवल *"अस्थी कलश यात्रा"* बतायी. ना वह *"अस्थीधातु यात्रा"* बतायी है. श्रीलंका सरकार के *"पुरातत्त्व विभाग"* ने, कही भी *"बुध्द अस्थिधातु"* का उल्लेख किया हुआ नहीं है. साथ ही *"सारीपुत्र - मोग्गलान "* इनका नाम हटा दिया. यही नहीं अस्थीधातु यात्रा ट्रक पर, *"अपना फोटो लगाकर"* प्रसिद्धी कर रहा है. और उसका लक्ष *"दान में मिली लाखो रुपये राशी"* पर होता है. इसके पहले उसने *"अस्थिकलश यात्रा / बुद्ध मुर्ती वितरण"* नाम पर *"करोडों रुपयों की हेराफेरी"* की है. अब क्या *"भंते भी"* (भलते बनकर) उस महाठगी में लिप्त है ? यह बडा प्रश्न है.
वह *"बुद्ध अस्थिधातु यात्रा"* (?) का कार्यक्रम *"कुकडे ले आउट"* बुद्ध विहार रखने की पोष्ट, *महाठग नितिन गजभिये* इसने डाली है. *"भंते का काम धम्म प्रचार - प्रसार करना है. विनय पिटक का आचरण / पालन करना है."* और बुरे लोगों की संगत से बचने का भी है. अगर भन्ते बुरे लोगों के ??? *धम्मपद* के पंडित वग्ग में एक गाथा है, *"न भजे पापके मित्ते न भजे पुरिसाधमे | भजेथ मित्ते कल्याणे भजेथ पुरिसुत्तमे ||* (अर्थात : बुरे मित्र का साथ ना करे. न अधम पुरुषों का सेवन करे. अच्छे मित्र की संगत करे, उत्तम पुरुषों की संगती करे). धम्मपद के *"पाप वग्गो"* में पाप संदर्भ में बहुत गाथा है. उस गाथा की एक गाथा बताना चाहुंगा. *"पापञ्चे पुरिसो कयिरा न कयिरा पुनप्पुनं | न तम्हि छन्दं कथिराथ दुक्खो पापस्स उच्चयो ||"* (मनुष्य से यदी पाप हो जाए तो उसे बार बार ना करे. उस में रत न हो. क्यौं कि, पाप का संचय दु:खदायक होता है.) यहां तो कुकडे ले आउट का भंते सलग्न दिखाई (?) देता है. उस भंते से *"विनय पालन"* होता है या नहीं ? यह तो शोध का विषय है. *हिंगोली पोलीस अधीक्षक* ने बुध्द अस्थिधातु यात्रा प्रवेश पर, रोक लागायी थी. तथा बहुत से *"शहरों"* मे - जगह पर, रथ यात्रा को मनायी की गयी. *पाचपावली पोलिस स्टेशन* में रिपोर्ट दर्ज की गयी है. अब देखना है, कुकडे ले आउट स्थित भंते का ? और आम जनता की प्रतिक्रिया भी !!!
-------------------------------------------
नागपुर, दिनांक १ सितंबर २०२४
https://www.facebook.com/share/p/zZjwLrUnVmLXwzT3/?mibextid=xfxF2i
No comments:
Post a Comment