👌 *प्रभाकर दुपारे लिखित थायलंड में बुध्द धम्म पुस्तक यह भारत - थायलंड - श्रीलंका - म्यानमार बौध्द संस्कृति की गहरी याद दिलाती है...!*
*डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* नागपुर
राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हील राईट्स प्रोटेक्शन सेल
मो. न. ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२
नामचिन नाटककार / लेखक / पत्रकार / दिग्दर्शक *प्रभाकर दुपारे* द्वारा लिखित *"थायलंड मे बौध्द धम्म"* यह पुस्तक भारत - थायलंड - श्रीलंका - म्यानमार इन बौध्द देशों की बौध्द संस्कृति की याद दिलाती है. प्रभाकर दुपारे द्वारा इस पुस्तक की मराठी आवृत्ति प्रकाशित हो चुकी है. यह पुस्तक आयु. अस्मिता गुज्जर ने किया हुआ हिंदी अनुवाद है. अस्मिता ने भी अपना दायित्व बखुबी से निभाया है. यह पुस्तक पढने से, थायलंड - मलेशिया - सिंगापुर - नेपाल - श्रीलंका इन देशों में, मेरे किये गये विदेश भ्रमण की यादें ताजा हो गयी. उन देशों मे मेरे कुछ पल / दिन गुजारने के कारण, मै उन पुस्तक में लिखें इतिहास को बहुत अच्छे से समझ पाया हुं. थायलंड बौध्द देश स्थित बँकांक, पटय्या, अयुथ्या, कंचनबुरी, धम्मकाया आदी स्थल मेरे लिए नये नही है. अयुथ्या की मेरी भेंट, मुझे तो बडी वेदना भी दे गयी और बोधिवृक्ष के बुंधे में बुध्द का शिर्ष को वंदन करना, मुझे एक गहरी सुख की, अनुभुती भी कर गयी. अयुथ्या के उस प्राचिन बौध्द क्षेत्र में, ब्रम्हदेश के राजा का आक्रमण, कभी भुलाया नही जा सकता. यह विचार जागतिक बौध्द परिषद (नागपुर २००६) के अध्यक्ष तथा सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रिय अध्यक्ष / नामचिन बौध्द - आंबेडकरी लेखक, कवि, विचारविद *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्होने आयु. *प्रभाकर दुपारे* द्वारा लिखित *"थायलंड में बुध्द धम्म"* इस इतिहास पुस्तक के हिंदी आवृति के विमोचन अवसर पर कहे है. उस अवसर पर नामचिन शिक्षण संस्था अध्यक्ष *डॉ. सच्चिदानंद फुलेकर* इन्होने अध्यक्षता की. *प्रा. नितिन तागडे / शंकरराव ढेंगरे / आनंद सहारे* यह मान्यवर प्रमुख अतिथी थे.
प्रभाकर दुपारे लिखित पुस्तक के हिंदी आवृत्ति के विमोचन अवसर पर, सी. आर. पी. सी. क्लब हाऊस में *कवि - सुर्यभान शेंडे / इंजी. शीलकुमार गोस्वामी / इंजी. विजय बागडे / इंजी. श्रीकांत तुपकर / डॉ. प्रमोद चिंचखेडे / रवि पाटील / इंजी. माधवी जांभुलकर / डॉ. मनिषा घोष / डॉ. भारती लांजेवार / संध्या सोमकुवर / एड. विष्णु पानतावणे / डॉ. राजेश नंदेश्वर / एड. हरिदास मेश्राम / चंद्रकांत पानतावणे / सरदार कर्नलसिंग दिगवा / मनोहर दुपारे* आदी मान्यवर विशेष रूप से उपस्थित थे. प्रास्ताविक *कवि - सुर्यभान शेंडे* इन्होने, संचालन - *डॉ. मनिषा घोष* इन्होने, एवं आभार - *डॉ. भारती लांजेवार* इन्होने किया. कार्यक्रम मे सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के पदाधिकारी, बडी मात्रा में उपस्थित थे.
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