👑 *सम्राट मिनांडर....!*
*डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*
मो. न. ९३७०९८४१३८
हे सम्राट मिनांडर उर्फ मिलिन्द राजे,
सम्राट डेमेट्रियस इसको साथ में लेकर
समुचा विश्व तु जीतने निकला
और तुम्हे यह भी मालुम था कि
मौर्य वंशीय चक्रवर्ती सम्राट अशोक
इनकी बराबरी करना अ-संभव काम है
मौर्य वंश से तुम्हारी गहरी नजदिकियां
यह तो सर्व विदित रही थी
परंतु मौर्य वंश के आखरी सम्राट
ब्रहदत्त इसकी धोके से की गयी हत्या
और बामनी सेनापति पुष्यमित्र की गद्दारी
तुम ने युं ही भुली नही थी
बल्की राजधानी पाटलिपुत्र से
गद्दार पुष्यमित्र को युं ही भगाकर
बौध्द साम्राज्य को यथावत करते हुये
साकेत अर्थात अयोध्या पर भी
साम्राज्य विजयी पताका तुम्हारी ही थी.
हे राजे मिलिन्द,
तुम्हारे जटिल प्रश्नो में भी
तुम्हारी बडी विद्वतता छुपी हुयी थी
समुचा विश्व तुमसे विद्वत चर्चा करने से
अकसर कतराता था या कहे डरता था
तुम्हारा इतना ही बडा नाम था
विशाल साम्राज्य का विद्वत सम्राट
वही बुध्द शिष्य भदंत नागसेन ने भी
तुम्हारी वो चुनौती स्विकार की थी
परंतु हे राजे मिलिन्द,
भदन्त नागसेन ने भी एक वादा लिया था
शास्त्रार्थ यह विद्वतापुर्ण हो
तुम्हारे पुछे गये हर जटिल प्रश्नों के उत्तर
भदंत नागसेन ने गहराई से देकर
आखिर तुम्हे बुध्द का शिष्य बना ही लिया
वो जटिल प्रश्न आज भी
"मिलिन्द प्रश्न" के रूप मे विद्यमान है
परंतु तुम्हारी वो विद्वत हार में भी
बुध्द का शिष्य बनना तुम्हारी जीत थी.
आज समुचा विश्व तुम्हे
विशाल साम्राज्य का केवल राजा ही नही
तो विद्वत बुध्दी का राजा भी कहता है
हे राजे मिलिन्द, तुम आज भी हारे नही हो
जो जीतता है उसका नाम सम्राट मौर्य है
वैसे ही जीतनेवाले का दुसरा नाम
महान सम्राट - मिलिन्द राजे है
हमे गर्व है तुम्हारे विद्वता पर - शक्ती पर
तुम आज भी शक्तीवादी - बुध्दीवादी
इतिहास पुरुष - महान मिलिन्द राजे हो
और मिलिन्द राजे बने रहोंगे इतिहास में...!
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