🌹 *जीवन की सफल राह में...!*
*डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*
मो. न. ९३७०९८४१३८
जीवन की सफल राह में
हम वक्त को देखा करते है
सुंदर - मोहकता की चाहं में
हम जब चला करते है
निसर्ग को ना अंदाज कर
गुलाब फुल की सुंदर दृष्टी में
काटों को भी झेलना होता है
कमल फुल की कोमलता में
दलदल को पार करना होता है...
सृष्टी की कोई भी वस्तु हो
सहजता से हमे कभी ना मिली
अगर सहजता से मिली हो तो
उसका मुल्य शुण्य होता है
बुध्द भाव की प्रेम मैत्री भी
इससे अछुता कभी ना रही
भारत आझादी के संदर्भ में भी
युध्द बिन ये आझादी कहां...?
वही मोहनदास गांधी कहते है
अहिंसा से हमे आझादी मिली
बुध्द की अहिंसा भाव से
गांधी की तुलना कभी ना करे
बुध्द के सामने तो
गांधीवाद बहुत ही बौना है
बुध्द की अहिंसा समझने में
वैचारिक चिंतन करना होगा...
विश्व में भारत देश तो
बुध्द का देश जाना जाता है
बुध्द एक विचारधारा है
बुध्द एक चेतना है
बुध्द एक जीवन शैली है
बुध्द एक मनोविज्ञान है
बुध्द ही केवल सत्य है
बुध्द की प्रेम मैत्री बंधुता करुणा
एक अजोड नदी संगम है
सागर की बडी गहराई है
मन का पावन बंधन है....!!!
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नागपुर, दिनांक १० नवंबर २०२३
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