Wednesday, 28 September 2022

 *नागपुर की आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद : उभरा हुआ कडा विवाद....?*

     *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* नागपुर

     अध्यक्ष, जागतिक बौध्द परिषद २००६

      मो.न.‌ ९३७०९८४१३८


*प्रिय पुरणचंद्र मेश्राम,*

आप या गनन मलिक टीम, बुध्द धम्म को कितना समझे है, यह तो मुझे पता नही. परंतु बुध्द कहते है...

*सहस्समपि चे वाचा अनत्थ अनत्थपदसंहिता |*

*एक अत्थपदं सेय्यो यं सुत्वा उपसम्मति ||*

(अर्थात - मनुष्य बहोत से ग्रंथ का वाचन कर सकता है. परंतु वह उसे समझा ही नही गया तो, वह वाचन निष्प्रयोजन है. व्यर्थ विषयों के हजार श्लोक पढने के बदले, केवल एक ही श्लोक वह समझ गया है, उमग गया है, उस नुसार आचरण करता हो तो, उसे मोक्ष मार्ग कहना चाहिये.)

   क्या गगन मलिक, स्वयं अपने आप को डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर साहेब का असली मिशन वारिस समझ रहा है ? यह अहं प्रश्न सामने आ रहा है. क्या गगन मलिक वह पात्रता रखता है ? मुझे *अनाथपिंडिक* द्वारा "जेतवन बुध्द विहार" दान देने पर, एक ब्राम्हण ने बुध्द से पुछा, आप के संघ का सेनापती कौन‌ है ? इस पर बुध्द कहते है....

*मया पवत्तितं चक्कं धम्मचक्कं अनुत्तरं |*

*सारिपुत्तो अनुवत्तेति अनजातो  तथागतं ||*

(अर्थात - मैने प्रस्थापीत किया हुआ कार्य सारिपुत्त चला रहा है. तथागत इनके पिछे पिछे आनेवाला वह शिष्य है.)

    पुरणचंद्र, आयोजित बौध्द परिषद होने के पहले, मेरे द्वारा लिखे गये या उठाये गये सभी प्रश्नों का, स्पष्ट ऊप से उत्तर दे. या उस का खंडन करे. क्या *गगन मलिक* में या उसका व्यापार सहपाठी *महाठग - नितिन गजभिये* ये महानुभाव (?) धम्म के सही सारथी होने के बुध्द गुण है ? इस का भी उत्तर दे.


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Tuesday, 27 September 2022

 👌 *नागपुर में ४ अक्तूबर को आयोजित आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद - चाटुगिरी या धम्म समर्पण...?*

   *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* नागपुर १७

* अध्यक्ष, जागतिक बौध्द परिषद नागपुर २००६ 

* राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

* मो.न.‌ ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२


   *"गगन मलिक फाऊंडेशन"* इस स्व-नाम फेम संघटन के अध्यक्ष *गगन मलिक* (वैसे गगन मलिक भी मेरा मित्र है) द्वारा, रा. तु. म. नागपुर विद्यापीठ के भुतपुर्व कुलसचिव एवं मेरे अच्छे मित्र *डॉ. पुरणचंद्र मेश्राम* इनको साथ में जोडकर, धम्मचक्र प्रवर्तन दिन के पुर्व संध्या पर ४ अक्तूबर २०२२ को, *"आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद"* का आयोजन किया है. सदर बौध्द परिषद में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री *एकनाथ शिंदे* / उपमुख्यमंत्री *देवेंद्र फडणवीस* / केंद्रिय मंत्री एवं भाजपा नेता *नितिन गडकरी* / रिपब्लीकन नेता *प्रा. जोगेंद्र कवाडे, एड. सुलेखा कुंभारे* / कांग्रेसी नेता *विजय दर्डा, नाना पटोले* / भाजपा प्रदेश अध्यक्ष *चंद्रशेखर बावनकुले* यह राजनीतिक नेता (धार्मिक???) सदर परिषद में *"प्रमुख अतिथी"* के तौर पर, वहां हमखास शिरकत करनेवाले थे. परंतु बौध्द आक्रोश‌ को देखकर, आयोजकों ने, गिरगिट की तरह अपना रंग बदलकर सदर बौध्द परिषद को *"एकडेमिक परिषद"* के रूप मे, बाद में पेश किया. क्या कोई भी *"धर्म परिषद,"* यह क्या एकडेमिक संदर्भित होती है ??? और रा. तु. म.‌ नागपुर विद्यापीठ के उपकुलपती *डाॅ. सुभाष चौधरी* यह अबौध्द महानुभाव *"अध्यक्षता"* करनेवाले है. अब सवाल यह की, *डॉ. सुभाष चौधरी* इनकी धार्मिक विचारविद की पात्रता है क्या ? यह महत्वपुर्ण पद लेने के पुर्व, *डॉ. चौधरी इस अबौध्द ने अपनी पात्रता देखना* भी बहुत जरुरी था. ऐसे लग रहा है कि, एक गधे को उस खुटी पर बांध दिया है. अब हम इसे *"समर्पित सच्ची बौध्द धम्म आंतरराष्ट्रिय परिषद"* कहे या, *"आयोजन चाटुगिरी का राजनीतिक आखाडा"* कहे, यह विचार (?) आप प्रज्ञावान विचारवादी ही समझो तो बेहतर होगा...!

     हमारे मित्र *डॉ. पुरणचंद्र मेश्राम* इन्होने सदर आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद को, नागपुर विद्यापीठ के *"बौध्द अध्ययन विभाग"* से जोडते हुये, उस परिषद को *"एकडेमिक का स्वरुप"* तो दिया है, परंतु उस परिषद का प्रमुख आयोजन, *क्या नागपुर विद्यापीठ ने किया है ?* यह महत्वपुर्ण प्रश्न है. नागपुर विद्यापीठ के *"किस सभा मे, यह परिषद लेने का ठराव पारित"* किया है ? या नागपुर विद्यापीठ ने इस परिषद के लिए, *"कितने लाख रुपये आवंटीत"* किये है ? जब नागपुर विद्यापीठ इस परिषद का प्रमुख आयोजक ही नही है तो, *"उपकुलपती डॉ. सुभाष चौधरी इन्हे परिषद की अध्यक्षता देना, यह प्रोटोकाल बताना, यह झुट बोलने की पुरी हद पार देती है."* और बौध्द धम्म यह सत्य बोलने की शिक्षा देता है. यहां तो सभी झुट ही झुट है. तो फिर यह धम्म परिषद कैसी ??? दुसरा विषय - सदर परिषद का आयोजन *"कविवर्य सुरेश भट सभागृह"* इस नागपुर के सर्वोत्तम ऐसे वातानुकुलित / तथा *२००० लोगों की सुविधाजनक सभागृह* में, आयोजित करने की घोषणा की गयी थी. परंतु आयोजकों को *दो हजार लोगों* को लाना, यह असंभव देखकर *"बारिश / असुविधा"* होने का झुटा बहाना देकर, अब *"केवल ३०० - ४०० लोगों की व्यवस्था"* होनेवाले *"होटल सेंटर पाईंट"* में, इस परिषद का आयोजन किया गया है. कितना झुट आयोजकों द्वारा...??? और वह *"आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद"* का आयोजन ...!!!

    हमारे अच्छे मित्र एवं आयोजक *गगन मलिक / डॉ. पुरण मेश्राम* इन्होने प्रसिध्दी का अब नया फंडा खोला है. *डोंगरगड* (छत्तीसगढ़) मे गगन मलिक फाऊंडेशन की सयुंक्त तत्वाधान में, ६ अक्तुंबर २०२२ को *"आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद"* होने की न्युज बताकर, *आर्या नागार्जुन भदंत सुरई ससाई* यह सिरकत करने की पोष्ट डाली है. क्या वे आयोजक अपनी तुलना, भंतेजी से करना चाहते है ? अब यह विषय तो, *भदंत आर्य नागार्जुन सुरेई ससाई जी को भी सोचने की बहुत जरुरत* है...! हम क्या कहे ? और डोंगरगड की वह आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद कम और *"बौध्द मेला"* जादा दिखाई देती है. क्यौं कि, डोंगरगड के उस कार्यक्रम मे, *"मै स्वयं प्रमुख अतिथी के रुप में"* जा चुका हुं.

    गगन मलिक फाऊंडेशन द्वारा, विदेशों से मुफ्त में आनेवाली *"मेटल (धातु) की बुध्द मुर्तीया,"*  भारत में *महाठग - नितिन गजभिये* (दलाल) इनके माध्यम से बेचने का, जो अवैध व्यापार सुरू किया है ? क्या वह भारतीय बौध्दों की गरिमा गिराने का कृत्य नही है ? मेटल के बुध्द मुर्ती की किंमत भी तय है. बुध्द मुर्ती एक से देड फिट ३००० - ५०००/- बुध्द मुर्ती तिन फिट २५,००० - ३०,०००/- बुध्द मुर्ती छ: फिट ५०,००० - ६०,०००/- और दस फिट की बुध्द मुर्ती ८०,००० - ९०,०००/- और यह मेटल की बुध्द मुर्ती बेचनेवाला अवैध व्यापारी, प्रमुख नटवरलाल उर्फ फिल्मी नाचा है - *गगन मलिक.* और इस में अन्य सहभागी लोगों की, कितनी भागिदारी है,  यह संशोधन का विषय है. और वह अवैध व्यापारी थोडी बहुत *"प्लैस्टर ऑफ पेरिस की बुध्द मुर्ती"* (मेटल की नही) मुफ्त में कुछ लोगों को बांटकर, मिडिया में बहुत वाहवा और प्रसिध्दी कर रहे है. *"यह दुनिया झुकती है, केवल झुकानेवाला चाहिये."* अब सवाल यह है कि, वह *"काला धन सफेद करने का, यह कोई षडयंत्र तो नही है...!"*

    अंत में ४ अक्तूबर २०२२ को, नागपुर के *"होटल सेंटर पाईंट"* की *"आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद"* यह निर्विज्ञ रुप से सफल होगी ? बुध्द परिषद के खुटी का गधा, *डॉ. सुभाष चौधरी* महानुभाव, उस परिषद में शिरकत करेगा ? क्या हमारा *भिक्खु संघ एवं सामाजिक - धार्मिक कृतीशील मान्यवर*, उस परिषद को विफल करेंगे ? क्या आयोजकों की, अब *प्रज्ञा जागकर* उस परिषद को आगे बढाकर, उचित ढंग से परिषद का आयोजन करेंगे ? इन सभी प्रश्नों के घेरों में, हम उस बौध्द परिषद को देख रहे है.


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Sunday, 25 September 2022

 👌 *HWPL (H.Q.: Korea) इस विश्व स्तरीय आंतरराष्ट्रिय संघटन की ओर से, २५ सितंबर २०२२ को झुम पर आयोजित, "लोगों द्वारा धर्म छोडने के कारण...!" इस विषय पर, "आंतरधर्मीय परिसंवाद" कार्यक्रम...!*

* *डा. मिलिन्द जीवने,* अध्यक्ष - अश्वघोष बुध्दीस्ट फाऊंडेशन, नागपुर *(बुध्दीस्ट एक्सपर्ट / फालोवर)* इन्होंने वहां पुछें दो प्रश्नों पर, इस प्रकार उत्तर दिये...!!!


* प्रश्न - १ :

* *हर साल, दुनिया की धार्मिक लोकसंख्या में, कमी आती रहती है. आप की राय में, लोगों के लिए अपने धार्मिक विश्वासों को छोडने का कारण क्या है, जो कभी अपने धर्म की शिक्षाओं के प्रति वफादार थे ?* 

* उत्तर : - इस प्रश्न‌ का उत्तर समजने के लिए, मै तथागत के जीवन की एक घटना बताना चाहुंगा. तथागत वेळुग्राम में वर्षावास में ठहरे हुये थे. उस समय तथागत बुध्द का स्वास्थ ठिक नही था. उन्हे वेदना हो रही थी. तब भंते आनंद ने तथागत को कहा कि, *"भगवान, आप जब तक भिक्खु संघ को अंतिम उपदेश नही देते, तब तक आप का परिनिर्वाण ना हो...!"*

    उस समय तथागत बुध्द ने भंते आनंद को कहा कि, *"मैने कोई भी बातें गुप्त नही रखी है.  अब भिक्खु संघ मेरे पर आश्रित ना हो. मै क्षीण हो चुका हुं. बुढा हो गया हुं. अब तुम्हे खुद का दिप, खुद को बनना है."*

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उपरोक्त आप के प्रश्न का उत्तर उपरोक्त बुध्द ने कहे हुयें पाली भाषा के तिन शब्द में छुपा हुआ है.

*"अत्त दिपो भव |"* (अर्थात : स्वयं का दीप स्वयं बनो.)

और बुध्द कहते है, *"तुम्हे अपने आप को शरण जाना है. दुसरे अन्य को शरण जाना नही है."*

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तथागत का महापरिनिर्वाण का काल निकट था, तब  तथागत ने कुशिनारा इस ग्राम में, अपने भिक्खु संघ को अंतिम शब्द कहे थे. 

*"अनिच्चा वत संखारा, उप्पादवय धम्मिनो |*

*उप्पज्जित्वा निरुज्झन्ति, तेसं वुपसमो सुखं ||"*

(अर्थात : भिक्खुओं, मै आप को स्पष्ट बता रहा हुं कि, सभी संस्कार नाशवंत है. आप को अप्रमादी होकर, आप के मुक्ति के लिए प्रयास करना है.)

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बुध्द ने किसी भी व्यक्ति को, अपना उत्तराधिकारी नही बनाया. इस संदर्भ में तथागत कहते है, *"आनंदा, आप को लगेगा कि मेरे परिनिर्वाण के बाद, आप का कोई शास्ता नही रहेगा. यह विचार आप कभी मन में ना लाये. मैने आप को जो धम्म दिया है, विनय का उपदेश दिया है, उसे ही मेरे निर्वाण के बाद, आप शास्ता मानें...!"*

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तथागत कहते है,

*"आप तथागत के समान‌ बने. उस तरह आचरण करे. लोगों पर उदारता दिखाये. कुछ अर्पण करने का अनुकरण करे."*

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अन्य धर्म के संस्थापक एवं बुध्द के विचारों में मुलभुत फरक यह है....!

येशु ने स्वयं को भगवान का दुत / देव का पुत्र माना है.

मुस्लिम धर्म संस्थापक महंमद पैंगबर ने भी, ईश्वर का अंतिम पैंगबर (दुत) माना है.

परंतु तथागत ने स्वयं को भगवान का दुत / देव का पुत्र नही माना.

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धम्मपद में तथागत संदर्भ मे पाली भाषा उल्लेख इस प्रकार है.

*"तुम्हेहि किच्चं आतप्पं, अक्खातारो तथागता |*

*पटिपन्ना पमोक्खन्ति, झायिनो मारबंधना ||"*

(अर्थात : कार्य के लिए, आप को ही उद्योग करना है. तथागत का कार्य केवल मार्ग दिखाना है. आप को उस मार्ग पर आरूढ होकर, ध्यानमग्न होकर, मार के बंधनों से मुक्त होना है.)

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बुध्द के विचार *"बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय |"* इस भाव को दर्शाते है. वे हमे अंधविश्वास, पाखंड से बचने का संदेश देते है. जब व्यक्ति को बुध्द के इस भाव की अनुभुती है, तब वह धर्म मे कहें गये अंधविश्वास, पांखड दुर चला जाता है. उस में प्रज्ञा जागृत होती. यह उत्तम मार्ग का बोध कराता है. अत: प्रज्ञा युक्त व्यक्ति सत्य धर्म का वफादार होता है. पांखडी धर्म का घोर विरोधी...! इसी में आप के प्रश्न का उत्तर दिखाई देगा. कारण भी दिखाई देगा. अगर आप प्रज्ञावान हो तो...!!!

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* प्रश्न - २:

* *धर्म में विश्वास बहाल करने और लोगों को धर्म की ओर मोडने के लिए, धार्मिक नेता क्या भुमिका निभा सकता है ?*

* उत्तर : आप के इस प्रश्न का उत्तर भी, मैने बताये हुयें पहले प्रश्न में ही दिखाई देगा. तथागत का अमुल्य वचन है.

*"अत्त दिपो भव |"* (अर्थात : स्वयं का दिप, स्वयं बनो.)

आप को अपने आप को शरण जाना है. दुसरे अन्य को शरण जाना नही है.

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पाखंडी धर्म या धर्म की पाखंडता यह मनुष्य के प्रज्ञा को, भ्रमित करते रहता है. मनुष्य यह धर्म का मानसिक गुलाम बन जाता है. इस कारणवश मनुष्य पुर्ण रुप से अविवेकी हो जाता है. और सन्मार्ग से वह मनुष्य भटक जाता है. और धार्मिक धर्मांध कट्टरवाद को बढावा मिलता है.  वह धर्मांध कट्टरवाद, राष्ट्र की एकात्मता और विकास के लिए घातक है. शांती कायम करने में भी बाधक है. अत: हमे इस तरह के धर्म से दुर रहना चाहिये.

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जो धर्म मनुष्य - मनुष्य में भेद करता है, धार्मिक धर्मांंध उन्माद को बढावा देता है, उसे धर्म नही कहा जा सकता.‌ वह धर्म आंतकवादी मानसिकता का  प्रतिरुप है. अत: इस कारणवश, शांती स्थापित करना कठिण हो जाता है. वह धर्म राष्ट्र के विकास में बाधा है. अत: इस विचार के धर्म को हमे त्यागना चाहिये.

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अत: धर्मगुरु भी धर्मांधी ना हो.‌ पाखंडी ना हो.‌ धर्मगुरू ये विवेकशील हो. प्रज्ञावान हो. तब हम अच्छे राष्ट्र का, अच्छे समाज का, अच्छे व्यक्ति का निर्माण कर सकते है.‌ राष्ट्रविकास में ऐसे विवेकी / प्रज्ञावान धर्मगुरू का योगदान बहुत जरुरी है. तब हम अमन, शांती का निर्माण कर सकते है. अन्यथा कभी नही...!


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* परिचय : -

* *डाॅ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*

    (बौध्द - आंबेडकरी लेखक /विचारवंत / चिंतक)

* मो.न.‌ ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२

* राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी वुमन विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी एम्प्लाई विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी ट्रायबल विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी वुमन क्लब

* अध्यक्ष, जागतिक बौध्द परिषद २००६ (नागपूर)

* स्वागताध्यक्ष, विश्व बौध्दमय आंतरराष्ट्रिय परिषद २०१३, २०१४, २०१५

* आयोजक, जागतिक बौध्द महिला परिषद २०१५ (नागपूर)

* अध्यक्ष, अश्वघोष बुध्दीस्ट फाऊंडेशन नागपुर

* अध्यक्ष, जीवक वेलफेयर सोसायटी

* माजी अध्यक्ष, अमृतवन लेप्रोसी रिहबिलिटेशन सेंटर, नागपूर

* अध्यक्ष, अखिल भारतीय आंबेडकरी विचार परिषद २०१७, २०२०

* आयोजक, अखिल भारतीय आंबेडकरी महिला विचार परिषद २०२०

* अध्यक्ष, डाॅ. आंबेडकर आंतरराष्ट्रिय बुध्दीस्ट मिशन

* माजी मानद प्राध्यापक, डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक संस्थान, महु (म.प्र.)

* आगामी पुस्तक प्रकाशन :

* *संविधान संस्कृती* (मराठी कविता संग्रह)

* *बुध्द पंख* (मराठी कविता संग्रह)

* *निर्वाण* (मराठी कविता संग्रह)

* *संविधान संस्कृती की ओर* (हिंदी कविता संग्रह)

* *पद मुद्रा* (हिंदी कविता संग्रह)

* *इंडियाइझम आणि डाॅ. आंबेडकर*

* *तिसरे महायुद्ध आणि डॉ. आंबेडकर*

* पत्ता : ४९४, जीवक विहार परिसर, नया नकाशा, स्वास्तिक स्कुल के पास, लष्करीबाग, नागपुर ४४००१७

Wednesday, 21 September 2022

 👌 *नागपुर में ३ अक्तुबर में आयोजित आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद: एक विवाद !*

   *डाॅ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*, नागपुर १७

* अध्यक्ष, जागतिक बौध्द परिषद २००६ नागपुर (भारत)

* राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

* मो. न. ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२


      *गगन मलिक फाऊंडेशन* इस स्व-नाम प्रदर्शित द्वारा आयोजित, २ अक्तुंबर २०२२ की *"आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद २०२२"* के आयोजन पर, लोकमत दिनांक ११ सितंबर २२ की खबंर पढते ही, समुचे जगह से बडी उलट सुलट चर्चा हो रही है. सदर परिषद में मुख्यमंत्री *एकनाथ शिंदे* तथा उपमुख्यमंत्री *देवेंद्र फडणवीस* यह *"प्रमुख अतिथी"* के तौर पर रहेंगे तथा *"अध्यक्षता"* रा. तु. म. नागपुर विद्यापीठ के उपकुलपती *डाॅ. सुभाष चौधरी* इन अबौध्द महानुभावों को, निमंत्रित करने की खबर गगन मलिक फाऊंडेशन के अध्यक्ष *गगन मलिक* तथा नागपुर विद्यापीठ के माजी कुलसचिव तथा अच्छे मित्र *डाॅ. पुरणचंद्र मेश्राम* इन्होने पत्र परिषद लेकर, मिडिया को बतायी थी. कोई भी बौध्द परिषद चाहे वो आंतरराष्ट्रिय हो या, राष्ट्रिय परिषद हो, उसका तो स्वागत करना चाहिये. परिषद आयोजन का विरोध करने का औचित्य नही होना चाहिये. *परंतु इस आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषद का विरोध क्यौं हुआ है...?* इसकी भी सही कारण मिमांसा को हमे समझना होगा...! *परिषद यह बौध्द समुह के नाम की है. और प्रमुख अतिथी तथा परिषद अध्यक्षता की कमान यह बौध्द के हाथो...!!!* अब सवाल यह है कि, क्या हमारे बौध्द समुह के विचारविद / मान्यवर मृतपाय हो चुके है...? या इस बौध्द परिषद में, सहभाग लेनें में वो लायक नही है ...? उपर से परिषद यह बौध्द धर्म से जुडी हुयी है. और राजकिय नेताओं का जमघट ...! इस विरोध को, क्या हम युं ही सहज ले...???

    इस के अलावा विविध राजकिय क्षेत्र से - भाजपा नेता तथा केंद्रिय मंत्री *नितिन गडकरी* / रिपब्लिकन नेता *प्रा. जोगेंद्र कवाडे, एड. सुलेखा कुंभारे* / कांग्रेस नेता माजी सांसद *विजय दर्डा, नाना पटोले* / भाजपा विधायक *चंद्रशेखर बावनकुले* यह मान्यवर भी उपस्थित रहने की, वह खुश (?) खबर थी. जब बौध्द समुहों का विरोध बढा तो, आयोजकों ने अपना पल्ला झाडते हुये, *जैसा गिरगिट अपना असली रंग बदल देता है, वैसे ही...!* और नागपुर विद्यापीठ के बुध्दीस्ट विभाग को आगे करते हुये, वह बौध्द परिषद को *"एकडेमिक परिषद"* का दर्जा दिया गया. क्या कोई भी धर्म परिषद को, हमे एकडेमिक परिषद से जोडना उचित होगा...? अगर हम सदर परिषद को, *एकडेमिक से जोडते हो तो, बौध्द धम्म प्रसार - प्रचार का अधिकृत केंद्र सदर विद्यापीठ को बनाने में, क्या हमे नागपुर विद्यापीठ अनुमती देगा ?* यह दुसरा अहमं प्रश्न है. अगर इसका उत्तर सकारात्मक होगा तो, हमे नागपुर विद्यापीठ से, बौध्द धम्म का खुले आम प्रसार - प्रचार करने मे, हमे कोई नही रोक सकता...! और नागपुर विद्यापीठ के उपकुलपती *डाॅ. सुभाष चौधरी* की इतनी हिम्मत भी नही होगी, जो यह मिशन चलाने में रोक पाये...! तिसरा अहं प्रश्न, सदर बौध्द परिषद के लिए, *नागपुर विद्यापीठ ने कितने लाख का बजट प्रावधान किया है ?* यह सभी बातें समस्त जनता के सामने खुली होना जरुरी है...!

    अभी हम इस परिषद के अध्यक्ष *डाॅ. सुभाष चौधरी*  इन अबौध्द महानुभाव अर्थात नागपुर विद्यापीठ के उपकुलपती *डाॅ. सुभाष चौधरी* इनकी बौध्द धम्म के ज्ञान की पात्रता भी हमे देखना होगी. *क्या वे महानुभाव, हमारे बौध्द समुहों के पाच विचारविद के समक्ष, बौध्द धम्म पर खुली वार्तालाप करने को तैयार है....?* अगर हां तो, इस का भी एक प्रयोजन होना चाहिये.‌ अब हम गगन मलिक फाऊंडेशन के अध्यक्ष *गगन मलिक* इनके संदर्भ में चर्चा करेंगे. गगन मलिक का अस्तित्व केवल *"बुध्द मुव्ही का नायक"* इतना ही सिमित है. *"विदेशों से गगन मलिक के माध्यम से, मुफ्त में जो बुध्द मुर्तीया आ रही है, वह बुध्द मुर्तीया बेचने का बडा व्यापार, दलाल - महाठग नितिन गजभिये इनके माध्यम से, खुले आम किया जा रहा है."* उस की किंमत भी तय है. एक से देड फिट की बुध्द मुर्ती रू ३००० - ५०००/- तिन फिट की बुध्द मुर्ती की किंमत रू २५,००० - ३०,०००/- छह फिट की बुध्द मुर्ती रू ५०,००० - ६०,०००/- दस फिट की बुध्द मुर्ती रू ८०,००० - ९०,०००/- इस सत्यता को, गगन मलिक कभी भी नकार नही सकता...! इस का कारण बताया भी जाता है - एक्स्पोर्ट / जीएसटी / ट्रव्हलिंग...? विदेशी मान्यवर वह मुर्ती भारत में, उनके पैसों से भेजते है. दान वस्तुओं पर कोई चार्ज होता ही नही है...! दुसरा अहमं यह प्रश्न है की, *विदेशों से वह बुध्द मुर्तीया गगन मलिक फाऊंडेशन, इस नाम से कभी आयी ही नही है...!* क्यौं कि, गगन मलिक फाऊंडेशन यह पंजीकृत संस्था नही है. फिर वह बुध्द मुर्तीया भारत में किस के नाम से आयी है...? इन सभी आयोजकों का, इस मुर्ती व्यापार में कितनी भागिदारी है ? *क्या वह काला माल, सफेद करने का यह कोई षडयन्त्र तो नही...!*

     अभी अभी आयोजकों ने ६० विद्यापीठ प्राध्यापक प्रतिनिधी / संघटनों की मिटिंग बताकर, सदर परिषद को बडा जनाधार होने की खबर छापी है. अब कुलगुरु की अध्यक्षता बतायी गयी हो तो, महाविद्यालय प्राध्यापक इनकी जी हुजुरी, क्या बडा विषय हो सकता है...? अहमं सवाल यह है कि, *"इस आंतरराष्ट्रिय परिषद का अबौध्द अध्यक्ष, बुध्दीझम पर क्या नया विचार सिखानेवाला है...?"* क्यौं कि, सदर वह आयोजित बौध्द परिषद यह धम्म कम और एकडेमिक परिषद जादा है...!


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Monday, 19 September 2022

Jayant Baviskar posted state secretary of Gujrath CRPC

 🤝 *जयंत बाविस्कर इनकी सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल -  "गुजरात प्रदेश सचिव" पद पर नियुक्ती...!!!*


    सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल (CRPC) के *"गुजरात प्रदेश सचिव"* पद पर *जयंत बाविस्कर* इनकी नियुक्ती, मेन विंग के सेल की "गुजरात प्रदेश‌ अध्यक्ष" *मिलिन्द बडोले* इन्होने घोषित की है. सदर नियुक्ती की सुचना सीआरपीसी एम्प्लाई विंग / वुमन विंग / वुमन क्लब / ट्रायबल विंग के *"संस्थापक तथा राष्ट्रीय पेट्रान"* तथा सेल के आंतरराष्ट्रिय / राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्हे भेजी गयी है.

     उपरोक्त नियुक्ती पर *"सी. आर. पी. सी. के राष्ट्रीय पदाधिकारी गण"* - प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय महासचिव), प्रा. डॉ. फिरदोस श्राफ (फिल्म स्टार - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), एन. पी. जाधव (माजी उपजिल्हाधिकारी - राष्ट्रीय सचिव), सुर्यभान शेंडे (राष्ट्रीय सचिव), विजय बौद्ध (संपादक - राष्ट्रिय सचिव), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय सचिव), अमित कुमार पासवान (राष्ट्रीय सहसचिव), अॅड. डॉ. मोहन गवई (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), अँड. एम. बी. पराते, अँड. बी. बी.. रायपुरे,  अॅड. हर्षवर्धन मेश्राम (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार),‌ *"सी.आर.पी.सी. एम्प्लाई (कर्मचारी) विंग"* के राष्ट्रिय पदाधिकारी - प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय अध्यक्षा),  सत्यजीत जानराव (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (राष्ट्रीय महासचिव), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. नितिन तागडे (राष्ट्रीय सचिव), शंकरराव ढेंगरे (राष्ट्रीय सल्लागार), निवॄत्ती रोकडे (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), अॅड. दयानंद माने (राष्ट्रीय कानुनी सलाहकार), प्रा. डॉ. भारत सिरसाठ (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र), निवास कोडाप (महाराष्ट्र प्रदेश संघटक), सुनिल आत्राम (गडचिरोली जिला अध्यक्ष ) तथा  *"सी.आर.पी.सी. राष्ट्रीय महिला विंग"* की प्रा. वंदना जीवने (संस्थापक अध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय अध्यक्षा), प्रा. डॉ. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), रेणू किशोर (झारखंड - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. डॉ. प्रिती नाईक (राष्ट्रीय महासचिव - मध्य प्रदेश), इंजी. माधवी जांभुलकर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), मीना उके (राष्ट्रीय सचिव), नंदा रामटेके (छत्तीसगड - राष्ट्रीय सचिव), प्रा. डॉ. ममता मेश्राम (राष्ट्रीय सचिव) इन्होने अभिनंदन किया है. *"सी.आर.पी.सी. वुमन क्लब"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय अध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष), कल्याणी इंदोरकर (राष्ट्रीय सचिव), अमिता फुलकर (राष्ट्रीय सहसचिव) *"सी.आर.पी.सी. ट्रायबल (आदिवासी) विंग"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी - सतिश सलामे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), विलास सिडाम (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. मोहन गवई (कायदेशीर सल्लागार),  डा. श्रीधर गेडाम (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), अॅड. स्वाती मसराम (राष्ट्रीय महासचिव), अर्चना पंधरे (राष्ट्रीय सचिव), मधुकर सडमेक (राष्ट्रीय सचिव), राजेश वट्टी (राष्ट्रीय सचिव), रवी मेडा- मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सचिव), प्रमिला रामेश्वर परते - मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सहसचिव), अंजना मडावी (राष्ट्रीय सचिव) इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. (मेन विंग) के प्रदेश पदाधिकारी"* - डॉ. मनिषा घोष (अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), महेंद्र मानके (प्रोजेक्ट इन चार्ज), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द बडोले (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), नमो चकमा (अध्यक्ष, अरुणाचल प्रदेश), सुब्रमण्या महेश (अध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), दिपक कुमार (अध्यक्ष, बिहार राज्य), पुष्पेंद्र मीना (अध्यक्ष, राजस्थान राज्य), रेणु किशोर (अध्यक्ष, झारखंड प्रदेश), लाल सिंग आनंद (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश), अमित कुमार पासवान (कार्याध्यक्ष, बिहार), सत्यजीत जानराव (महासचिव, महाराष्ट्र राज्य),  रोहिताश मीना (राजस्थान), मीना उके (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द धनवीज (प्रदेश उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), जतिन पाटील (महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष), एड. हिरामन मोरे (महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष), गिरीश व्यंकटेश (प्रदेश उपाध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), सुनिल चव्हान (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. गौतमादित्य (अध्यक्ष, मराठवाडा विभाग),  अॅड. रविंदरसिंग धोत्रा (गुजरात), संजय टिकार (मध्य प्रदेश), आंचल श्रीवास्तव (गुजरात), मंटुरादेवी मीना (राजस्थान), चंद्रिका बहन सोलंकी (गुजरात), मुसाफिर (बिहार), प्रा. नितिन तागडे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अधिर बागडे (कार्याध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. प्रमोद चिंचखेडे (अध्यक्ष, विदर्भ विभाग), अविनाश गायकवाड (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), मिलिंद गाडेकर (महासचिव, विदर्भ विभाग), चरणदास नगराले (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), तेजाब वानखेडे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कॅप्टन सरदार कर्नलसिंग दिगवा (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), सचिन जि. गोंडाने (विदर्भ विभाग संघटक), अशोक निमसरकार (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. श्रीधर गेडाम (प्रदेश‌ अध्यक्ष, तेलंगाना), प्रा. डॉ. किशोर वानखेडे (प्रदेश कार्याध्यक्ष, तेलंगाना), मनोहर गेडाम (प्रदेश संघटक, तेलंगाना), प्रविण मेश्राम (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), गजानन वैद्द (प्रदेश महासचिव, तेलंगाना), गणेश बोडखे (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), निवॄत्ती रोकडे (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. दयानंद माने (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र),  अॅड. हौसेराव धुमाल (समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. शशिकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. गोरख बनसोडे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. सुनिल गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), महादेव कांबळे - उपसंपादक (पश्चिम महाराष्ट्र), अंगद गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), सोमनाथ शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. अर्जुन कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. बोधी प्रकाश (पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. डी. एच. माने (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. सागर कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), सुर्यकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. विवेक गजशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्यक्ष, कोंकण विभाग), प्रा. अंकुश सोहनी (कार्याध्यक्ष, कोकण विभाग), श्रीकांत जंवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाळे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वानखेडे (कोंकण विभाग), विलास गायकवाड (कोंकण विभाग), पत्रकार शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्षवर्धन (छपरा, बिहार), रंजना परमार (महासचिव, गुजरात प्रदेश) बाबुलाल परमार (गुजरात प्रदेश उपाध्यक्ष), राहुल कुमार राजपुत (प्रदेश उपाध्यक्ष, गुजरात), भारत मनुभाई सेनवा (प्रदेश सचिव, गुजरात), प्राचार्य दिनेश‌ परमार (Retd. प्रदेश सचिव, गुजरात) आदी पदाधिकारी वर्ग ने भी अभिनंदन किया है.

     इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. के विभिन्न शाखा पदाधिकारी"* - एल. के. धवन (अध्यक्ष, मुंबई शहर), मुकेश शेंडे (अध्यक्ष, चंद्रपूर शहर), गौतमादित्य (अध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), प्रा. दशरथ रोडे (अध्यक्ष, बीड जिला), भारत थोरात (कार्याध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), मिलिंद धनवीज (अध्यक्ष, यवतमाल जिला), प्रा. योगेंद्र नगराले (अध्यक्ष, गोंदिया जिला), शंकर जगन मडावी (गोंदिया जिला कार्याध्यक्ष), इंजी. स्वप्नील सातवेकर (अध्यक्ष, कोल्हापूर जिला), संजय बघेले (अध्यक्ष, गोंदिया शहर), डॉ. देवानंद  उबाले (अध्यक्ष, जलगाव जिला), बापुसाहेब सोनवणे (अध्यक्ष, नासिक जिला), निखिल निकम (कार्याध्यक्ष, नासिक जिला), अंगद गायकवाड (अध्यक्ष, सोलापुर जिला), राजेश परमार (गुजरात), कमलकुमार चव्हाण (गुजरात), हरिदास जीवने (अध्यक्ष, पुसद जिला), प्रा. मिलिंद आठवले (अध्यक्ष, औरंगाबाद शहर), एड. रमेश विवेकी (अध्यक्ष, लातुर जिला), शांताराम इंगळे (अध्यक्ष, बुलढाणा जिल्हा), गौतम जाधव (कार्याध्यक्ष, मुंबई शहर), प्रवीण दाभाडे (महासचिव, मुंबई शहर), उमेश‌ कठाणे (जिला कार्याध्यक्ष, भंडारा), सुरेश वाघमारे (अध्यक्ष, उत्तर मुंबई), किशोर शेजुल (अध्यक्ष, जालना), निवास कोडाप (विदर्भ सचिव), मनिष खर्चे (अध्यक्ष, अकोला), संदिप गायकवाड (महासचिव, जालना), सिध्दार्थ सालवे, प्रशांत वानखेडे, विनोद भाई वनकर (गुजरात), धर्मेंद्र गणवीर, सुधिर जावले, हॄदय गोडबोले (अध्यक्ष, भंडारा जिला), महेंद्र मछिडा (गुजरात), प्रियदर्शी सुभुती (गुजरात), राजेश गोरले (समन्वयक, विदर्भ), धरमसिंगभाई परमार (जुनागड, गुजरात), जयंत बाविस्कर (प्रदेश सचिव, गुजरात), अमित जाधव (जिल्हा अध्यक्ष, ठाणे), अश्विनी भांडेकर (गडचिरोली जिला संघटक) *प्रदेश‌ ट्रायबल (आदिवासी) विंग* के निवास कोडाप (अध्यक्ष, ट्रायबल (आदिवासी), किसनलाल मडावी (प्रदेश कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र), मनिषा मसराम (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), दिलिप सुरपाम (प्रदेश संघटक, महाराष्ट्र), अनिलकुमार धुर्वे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र) *सीआरपीसी ट्रायबल विंग के अन्य पदाधिकारी* - पवन मोरे (नांदेड जिला अध्यक्ष, महाराष्ट्र), कोंडु मडावी (आदिलाबाद जिला अध्यक्ष, तेलंगाना), युवराज आडे (कार्याध्यक्ष, आदिलाबाद, तेलंगाना), तिरु. बलराम ऊइके (प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरू माय गितेश्वरि कुंजाम (प्रदेश उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश), सुनिता मडावी (विदर्भ उपाध्यक्षा), तिरु. अड. हेमराज कंगाले (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरू. सुर्यभान कवडेती (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरु. शिवराज सिंह उरवेति (प्रदेश संघटक, मध्य प्रदेश), विरेंद्र इडपाचे (प्रदेश कोषाध्यक्ष, मध्य प्रदेश), प्रल्हाद पत्रुजी ऊइके (जिला अध्यक्ष, चंद्रपुर), दयाराम कोडाप (गडचिरोली जिला),  सुनिल आत्राम (गडचिरोली जिला कार्याध्यक्ष), शंकर जगन मडावी (गोंदिया जिला), प्रदिप चिचाम, सहसचिव, मध्य प्रदेश). *प्रदेश‌ महिला विंग*  की - डॉ. भारती लांजेवार (अध्यक्ष, महाराष्ट्र प्रदेश), अर्चना रामटेके (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र), गायिका - ज्योती चौहान - मुंबई (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), डॉ. सारिका कांबले (जानराव) - (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), अॅड. श्रृती संकपाल (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), वैशाली जानराव - (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), डॉ. सुवर्णा घिमघिमे (महासचिव, पश्र्चिम महाराष्ट्र),  एड.‌ नंदा गभणे (संघटक, विदर्भ), रंजना गांगुर्डे (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), ममता गाडेकर (नागपुर जिला अध्यक्ष), रेशमा सहारे (नागपुर शहर अध्यक्ष), दिशा चनकापुरे (महाराष्ट्र उपाध्यक्ष), रिता बागडे, मंगला वनदूधे (विदर्भ समन्वयक), सुनिता मडावी (विदर्भ सचिव), लीना तुमडाम (सचिव, विदर्भ), प्रिती खोब्रागडे (संघटक, महाराष्ट्र), हिना लांजेवार, वीणा पराते (नागपुर जिला कार्याध्यक्ष), पवित्रा बांबोळे (अध्यक्षा, चंद्रपुर जिला), अपर्णा गाडेकर(नागपुर जिला उपाध्यक्ष), वीणा वासनिक (संघटक, महाराष्ट्र), अॅड. निलिमा लाडे आंबेडकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कल्याणी इंदोरकर (प्रदेश उपाध्यक्ष), वैशाली रामटेके (प्रदेश सचिव), शोभा मेश्राम (प्रदेश सचिव), इंदु मेश्राम (सचिव, विदर्भ विभाग), संध्या रंगारी (नागपुर जिला उपाध्यक्ष), शीला घागरगुंडे (नागपुर जिला उपाध्यक्ष), साधना सोनारे (महासचिव, विदर्भ), लक्ष्मी वाघमारे (पश्चिम महाराष्ट्र), वंदना चंदनशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), शैलजा क्षिरसागर (पश्चिम महाराष्ट्र), कविता कापुरे (पश्चिम महाराष्ट्र), रजनी साळवे (पश्चिम महाराष्ट्र), भाग्यश्री शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), सुप्रिया माने (पश्चिम महाराष्ट्र), अनिता मेश्राम (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अमिता फुलकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), मिनाक्षी शहारे (सचिव, महाराष्ट्र), निलिमा भैसारे (महासचिव, महाराष्ट्र), शालिनीताई शेंडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), निलिमा पुरुषोत्तम राऊत (जिला संघटक, गडचिरोली), कल्पना गोवर्धन, राया गजभिये, वैशाली राऊत, ममता कुंभलवार, प्रिया वनकर, भारती खोब्रागडे, अल्का कोचे (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), छाया खोब्रागडे (विदर्भ विभाग उपाध्यक्ष), अश्विनी भांडेकर (गडचिरोली जिला कार्याध्यक्ष), सीमा मेश्राम, सरिता बोरकर, सुजाता सोमकुवर (खापा), संध्या सोमकुवर (वाडी), प्रतिमा गोडबोले (रामटेक), पुष्पा कांबळे (अध्यक्षा, काटोल सर्कल), संगिता नानोटकर (कोराडी), स्मिता जिभे (रामटेक), प्रियंका टोंगसे (रामटेक), सुहासिनी शनिचरे (रामटेक) आदी महिला पदाधिकारी तथा *नागपुर शाखा* के पदाधिकारी नरेश डोंगरे (अध्यक्ष, नागपूर जिला), डॉ. राजेश नंदेश्वर (अध्यक्ष, नागपूर शहर), गंगाधर खापेकर (उपाध्यक्ष, नागपुर शहर), रोशन खोब्रागडे (उपाध्यक्ष, नागपुर शहर), रेवाराम वासनिक, प्रकाश बागडे, चंद्रशेखर दुपारे, राजु मेश्राम (कार्याध्यक्ष, नागपुर जिला), सुरेश रंगारी, सुनिल कुरील, सुहास चंद्रशेखर, निरज पाटील (कार्याध्यक्ष, काटोल सर्कल), उत्तम कांबळे (महासचिव, काटोल सर्कल) आदीयों ने सदर नियुक्ती पर, उनका अभिनंदन किया है.

Monday, 12 September 2022

 * *श्री चरणदास स्वामी सहकारी गृह निर्माण संस्था के प्रस्तावित छ: मंजिल 50 फ्लैट बिल्डिंग का भुमीपुजन डॉ. मिलिन्द जीवने इनके हाथो संपन्न...!* 


     श्री चरणदास स्वामी सहकारी गृहनिर्माण संस्था मर्यादीत द्वारा प्रस्तावित छ: मंजिल 50 फ्लैट बिल्डिंग का भुमीपुजन का आयोजन *रविवार, दिनांक 11 सितंबर 2022 को सुबह 11.30 बजे* सिव्हिल राईटस् प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रिय अध्यक्ष *डॉ. ‌मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनके हाथों संपन्न हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षा *प्रा.‌ वंदना‌ जीवने* जी थी. उस अवसर पर संस्था के कानुनी सल्लागार *एड. एम.‌बी. पराते* / जय गुरु गृहनिर्माण संस्था के उपाध्यक्ष *शंकरराव ढेंगरे* / संस्था के बिल्डर जे.व्ही. असोशिएट्स के *इंजी.‌ विजय बागडे* / संस्था के आर्किटेक्ट *इंजी. श्रीकांत तुपकर* / संस्था के तंत्रज्ञान मार्गदर्शक *इंजी. शीलकुमार गोस्वामी* यह मान्यवर प्रमुख अतिथी के रूप में उपस्थित थे. जयगुरु हाऊसिंग सोसायटी की सचिव *डॉ. किरण मेश्राम* इन्होने, उस उपलक्ष में अपनी मंगल कामनाएं प्रदान की. सदर छ: मंजिल प्रकल्प देड साल में पुरा करने का लक्ष रखा है. भुमी पुजन के पश्चात भोजन का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम का संचालन *डा. प्रमोद चिंचखेडे* इन्होने किया. उस अवसर सीआरपीसी की *डा.‌ मनिषा घोष / डा. भारती लांजेवार/ डा.‌ राजेश नंदेश्वर* तथा *अश्विन कळमकर / धम्मपाल कोल्हटकर / एड.‌ दिपेश पराते / आनंद सहारे / पुरुषोत्तम जीवने / संजय चांदुरकर / किशोर वाघमारे / अनिल जनबंधु / आनंद जीवने / सुनिल शेंडे / विमलताई जीवने / निशा नाईक  / बबलु शेंडे* आदी मान्यवर तथा गृहनिर्माण संस्था के बहुत सारे सभासद, उस अवसर पर उपस्थित‌ थे.


* स्नेहांकित :

अश्विन कळमकर / धम्मपाल कोल्हटकर / नरेश डोंगरे / दिप्ती गोस्वामी / चंद्रगुप्त ढेंगरे / शुभांगी नंदेश्वर / डॉली गौरखेडे

Sunday, 4 September 2022

Dharamsingbhai Parmar posted District President of Junagarh, Gujrath.

 🤝 *धरमसिंगभाई परमार की सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल -  "जुनागड (गुजरात) जिला अध्यक्ष" पद पर नियुक्ती...!!!*


    सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल (CRPC) के *"गुजरात के जुनागड जिला अध्यक्ष"* पद पर *धरमसिंगभाई परमार* इनकी नियुक्ती, मेन विंग के सेल की "गुजरात प्रदेश‌ अध्यक्ष" *मिलिन्द बडोले* इन्होने घोषित की है. सदर नियुक्ती की सुचना सीआरपीसी एम्प्लाई विंग / वुमन विंग / वुमन क्लब / ट्रायबल विंग के *"संस्थापक तथा राष्ट्रीय पेट्रान"* तथा सेल के आंतरराष्ट्रिय / राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्हे भेजी गयी है.

     उपरोक्त नियुक्ती पर *"सी. आर. पी. सी. के राष्ट्रीय पदाधिकारी गण"* - प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय महासचिव), प्रा. डॉ. फिरदोस श्राफ (फिल्म स्टार - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), एन. पी. जाधव (माजी उपजिल्हाधिकारी - राष्ट्रीय सचिव), सुर्यभान शेंडे (राष्ट्रीय सचिव), विजय बौद्ध (संपादक - राष्ट्रिय सचिव), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय सचिव), अमित कुमार पासवान (राष्ट्रीय सहसचिव), अॅड. डॉ. मोहन गवई (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), अँड. एम. बी. पराते, अँड. बी. बी.. रायपुरे,  अॅड. हर्षवर्धन मेश्राम (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार),‌ *"सी.आर.पी.सी. एम्प्लाई (कर्मचारी) विंग"* के राष्ट्रिय पदाधिकारी - प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय अध्यक्षा),  सत्यजीत जानराव (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (राष्ट्रीय महासचिव), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. नितिन तागडे (राष्ट्रीय सचिव), शंकरराव ढेंगरे (राष्ट्रीय सल्लागार), निवॄत्ती रोकडे (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), अॅड. दयानंद माने (राष्ट्रीय कानुनी सलाहकार), प्रा. डॉ. भारत सिरसाठ (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र), निवास कोडाप (महाराष्ट्र प्रदेश संघटक), सुनिल आत्राम (गडचिरोली जिला अध्यक्ष ) तथा  *"सी.आर.पी.सी. राष्ट्रीय महिला विंग"* की प्रा. वंदना जीवने (संस्थापक अध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय अध्यक्षा), प्रा. डॉ. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), रेणू किशोर (झारखंड - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. डॉ. प्रिती नाईक (राष्ट्रीय महासचिव - मध्य प्रदेश), इंजी. माधवी जांभुलकर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), मीना उके (राष्ट्रीय सचिव), नंदा रामटेके (छत्तीसगड - राष्ट्रीय सचिव), प्रा. डॉ. ममता मेश्राम (राष्ट्रीय सचिव) इन्होने अभिनंदन किया है. *"सी.आर.पी.सी. वुमन क्लब"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय अध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष), कल्याणी इंदोरकर (राष्ट्रीय सचिव), अमिता फुलकर (राष्ट्रीय सहसचिव) *"सी.आर.पी.सी. ट्रायबल (आदिवासी) विंग"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी - सतिश सलामे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), विलास सिडाम (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. मोहन गवई (कायदेशीर सल्लागार),  डा. श्रीधर गेडाम (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), अॅड. स्वाती मसराम (राष्ट्रीय महासचिव), अर्चना पंधरे (राष्ट्रीय सचिव), मधुकर सडमेक (राष्ट्रीय सचिव), राजेश वट्टी (राष्ट्रीय सचिव), रवी मेडा- मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सचिव), प्रमिला रामेश्वर परते - मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सहसचिव), अंजना मडावी (राष्ट्रीय सचिव) इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. (मेन विंग) के प्रदेश पदाधिकारी"* - डॉ. मनिषा घोष (अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), महेंद्र मानके (प्रोजेक्ट इन चार्ज), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द बडोले (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), नमो चकमा (अध्यक्ष, अरुणाचल प्रदेश), सुब्रमण्या महेश (अध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), दिपक कुमार (अध्यक्ष, बिहार राज्य), पुष्पेंद्र मीना (अध्यक्ष, राजस्थान राज्य), रेणु किशोर (अध्यक्ष, झारखंड प्रदेश), लाल सिंग आनंद (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश), अमित कुमार पासवान (कार्याध्यक्ष, बिहार), सत्यजीत जानराव (महासचिव, महाराष्ट्र राज्य),  रोहिताश मीना (राजस्थान), मीना उके (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द धनवीज (प्रदेश उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), जतिन पाटील (महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष), एड. हिरामन मोरे (महाराष्ट्र प्रदेश उपाध्यक्ष), गिरीश व्यंकटेश (प्रदेश उपाध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), सुनिल चव्हान (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. गौतमादित्य (अध्यक्ष, मराठवाडा विभाग),  अॅड. रविंदरसिंग धोत्रा (गुजरात), संजय टिकार (मध्य प्रदेश), आंचल श्रीवास्तव (गुजरात), मंटुरादेवी मीना (राजस्थान), चंद्रिका बहन सोलंकी (गुजरात), मुसाफिर (बिहार), प्रा. नितिन तागडे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अधिर बागडे (कार्याध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. प्रमोद चिंचखेडे (अध्यक्ष, विदर्भ विभाग), अविनाश गायकवाड (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), मिलिंद गाडेकर (महासचिव, विदर्भ विभाग), चरणदास नगराले (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), तेजाब वानखेडे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कॅप्टन सरदार कर्नलसिंग दिगवा (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), सचिन जि. गोंडाने (विदर्भ विभाग संघटक), अशोक निमसरकार (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. श्रीधर गेडाम (प्रदेश‌ अध्यक्ष, तेलंगाना), प्रा. डॉ. किशोर वानखेडे (प्रदेश कार्याध्यक्ष, तेलंगाना), मनोहर गेडाम (प्रदेश संघटक, तेलंगाना), प्रविण मेश्राम (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), गजानन वैद्द (प्रदेश महासचिव, तेलंगाना), गणेश बोडखे (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), निवॄत्ती रोकडे (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. दयानंद माने (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र),  अॅड. हौसेराव धुमाल (समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. शशिकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. गोरख बनसोडे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. सुनिल गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), महादेव कांबळे - उपसंपादक (पश्चिम महाराष्ट्र), अंगद गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), सोमनाथ शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. अर्जुन कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. बोधी प्रकाश (पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. डी. एच. माने (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. सागर कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), सुर्यकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. विवेक गजशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्यक्ष, कोंकण विभाग), प्रा. अंकुश सोहनी (कार्याध्यक्ष, कोकण विभाग), श्रीकांत जंवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाळे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वानखेडे (कोंकण विभाग), विलास गायकवाड (कोंकण विभाग), पत्रकार शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्षवर्धन (छपरा, बिहार), रंजना परमार (महासचिव, गुजरात प्रदेश) बाबुलाल परमार (गुजरात प्रदेश उपाध्यक्ष), राहुल कुमार राजपुत (प्रदेश उपाध्यक्ष, गुजरात), भारत मनुभाई सेनवा (प्रदेश सचिव, गुजरात), प्राचार्य दिनेश‌ परमार (Retd. प्रदेश सचिव, गुजरात) आदी पदाधिकारी वर्ग ने भी अभिनंदन किया है.

     इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. के विभिन्न शाखा पदाधिकारी"* - एल. के. धवन (अध्यक्ष, मुंबई शहर), मुकेश शेंडे (अध्यक्ष, चंद्रपूर शहर), गौतमादित्य (अध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), प्रा. दशरथ रोडे (अध्यक्ष, बीड जिला), भारत थोरात (कार्याध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), मिलिंद धनवीज (अध्यक्ष, यवतमाल जिला), प्रा. योगेंद्र नगराले (अध्यक्ष, गोंदिया जिला), शंकर जगन मडावी (गोंदिया जिला कार्याध्यक्ष), इंजी. स्वप्नील सातवेकर (अध्यक्ष, कोल्हापूर जिला), संजय बघेले (अध्यक्ष, गोंदिया शहर), डॉ. देवानंद  उबाले (अध्यक्ष, जलगाव जिला), बापुसाहेब सोनवणे (अध्यक्ष, नासिक जिला), निखिल निकम (कार्याध्यक्ष, नासिक जिला), अंगद गायकवाड (अध्यक्ष, सोलापुर जिला), राजेश परमार (गुजरात), कमलकुमार चव्हाण (गुजरात), हरिदास जीवने (अध्यक्ष, पुसद जिला), प्रा. मिलिंद आठवले (अध्यक्ष, औरंगाबाद शहर), एड. रमेश विवेकी (अध्यक्ष, लातुर जिला), शांताराम इंगळे (अध्यक्ष, बुलढाणा जिल्हा), गौतम जाधव (कार्याध्यक्ष, मुंबई शहर), प्रवीण दाभाडे (महासचिव, मुंबई शहर), उमेश‌ कठाणे (जिला कार्याध्यक्ष, भंडारा), सुरेश वाघमारे (अध्यक्ष, उत्तर मुंबई), किशोर शेजुल (अध्यक्ष, जालना), निवास कोडाप (विदर्भ सचिव), मनिष खर्चे (अध्यक्ष, अकोला), संदिप गायकवाड (महासचिव, जालना), सिध्दार्थ सालवे, प्रशांत वानखेडे, विनोद भाई वनकर (गुजरात), धर्मेंद्र गणवीर, सुधिर जावले, हॄदय गोडबोले (अध्यक्ष, भंडारा जिला), महेंद्र मछिडा (गुजरात), प्रियदर्शी सुभुती (गुजरात), राजेश गोरले (समन्वयक, विदर्भ), धरमसिंगभाई परमार (जुनागड, गुजरात), अमित जाधव (जिल्हा अध्यक्ष, ठाणे), अश्विनी भांडेकर (गडचिरोली जिला संघटक) *प्रदेश‌ ट्रायबल (आदिवासी) विंग* के निवास कोडाप (अध्यक्ष, ट्रायबल (आदिवासी), किसनलाल मडावी (प्रदेश कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र), मनिषा मसराम (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), दिलिप सुरपाम (प्रदेश संघटक, महाराष्ट्र), अनिलकुमार धुर्वे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र) *सीआरपीसी ट्रायबल विंग के अन्य पदाधिकारी* - पवन मोरे (नांदेड जिला अध्यक्ष, महाराष्ट्र), कोंडु मडावी (आदिलाबाद जिला अध्यक्ष, तेलंगाना), युवराज आडे (कार्याध्यक्ष, आदिलाबाद, तेलंगाना), तिरु. बलराम ऊइके (प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरू माय गितेश्वरि कुंजाम (प्रदेश उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश), सुनिता मडावी (विदर्भ उपाध्यक्षा), तिरु. अड. हेमराज कंगाले (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरू. सुर्यभान कवडेती (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरु. शिवराज सिंह उरवेति (प्रदेश संघटक, मध्य प्रदेश), विरेंद्र इडपाचे (प्रदेश कोषाध्यक्ष, मध्य प्रदेश), प्रल्हाद पत्रुजी ऊइके (जिला अध्यक्ष, चंद्रपुर), दयाराम कोडाप (गडचिरोली जिला),  सुनिल आत्राम (गडचिरोली जिला कार्याध्यक्ष), शंकर जगन मडावी (गोंदिया जिला), प्रदिप चिचाम, सहसचिव, मध्य प्रदेश). *प्रदेश‌ महिला विंग*  की - डॉ. भारती लांजेवार (अध्यक्ष, महाराष्ट्र प्रदेश), अर्चना रामटेके (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र), गायिका - ज्योती चौहान - मुंबई (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), डॉ. सारिका कांबले (जानराव) - (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), अॅड. श्रृती संकपाल (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), वैशाली जानराव - (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), डॉ. सुवर्णा घिमघिमे (महासचिव, पश्र्चिम महाराष्ट्र),  एड.‌ नंदा गभणे (संघटक, विदर्भ), रंजना गांगुर्डे (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), ममता गाडेकर (नागपुर जिला अध्यक्ष), रेशमा सहारे (नागपुर शहर अध्यक्ष), दिशा चनकापुरे (महाराष्ट्र उपाध्यक्ष), रिता बागडे, मंगला वनदूधे (विदर्भ समन्वयक), सुनिता मडावी (विदर्भ सचिव), लीना तुमडाम (सचिव, विदर्भ), प्रिती खोब्रागडे (संघटक, महाराष्ट्र), हिना लांजेवार, वीणा पराते (नागपुर जिला कार्याध्यक्ष), पवित्रा बांबोळे (अध्यक्षा, चंद्रपुर जिला), अपर्णा गाडेकर(नागपुर जिला उपाध्यक्ष), वीणा वासनिक (संघटक, महाराष्ट्र), अॅड. निलिमा लाडे आंबेडकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कल्याणी इंदोरकर (प्रदेश उपाध्यक्ष), वैशाली रामटेके (प्रदेश सचिव), शोभा मेश्राम (प्रदेश सचिव), इंदु मेश्राम (सचिव, विदर्भ विभाग), संध्या रंगारी (नागपुर जिला उपाध्यक्ष), शीला घागरगुंडे (नागपुर जिला उपाध्यक्ष), साधना सोनारे (महासचिव, विदर्भ), लक्ष्मी वाघमारे (पश्चिम महाराष्ट्र), वंदना चंदनशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), शैलजा क्षिरसागर (पश्चिम महाराष्ट्र), कविता कापुरे (पश्चिम महाराष्ट्र), रजनी साळवे (पश्चिम महाराष्ट्र), भाग्यश्री शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), सुप्रिया माने (पश्चिम महाराष्ट्र), अनिता मेश्राम (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अमिता फुलकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), मिनाक्षी शहारे (सचिव, महाराष्ट्र), निलिमा भैसारे (महासचिव, महाराष्ट्र), शालिनीताई शेंडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), निलिमा पुरुषोत्तम राऊत (जिला संघटक, गडचिरोली), कल्पना गोवर्धन, राया गजभिये, वैशाली राऊत, ममता कुंभलवार, प्रिया वनकर, भारती खोब्रागडे, अल्का कोचे (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), छाया खोब्रागडे (विदर्भ विभाग उपाध्यक्ष), अश्विनी भांडेकर (गडचिरोली जिला कार्याध्यक्ष), सीमा मेश्राम, सरिता बोरकर, सुजाता सोमकुवर (खापा), संध्या सोमकुवर (वाडी), प्रतिमा गोडबोले (रामटेक), पुष्पा कांबळे (अध्यक्षा, काटोल सर्कल), संगिता नानोटकर (कोराडी), स्मिता जिभे (रामटेक), प्रियंका टोंगसे (रामटेक), सुहासिनी शनिचरे (रामटेक) आदी महिला पदाधिकारी तथा *नागपुर शाखा* के पदाधिकारी नरेश डोंगरे (अध्यक्ष, नागपूर जिला), डॉ. राजेश नंदेश्वर (अध्यक्ष, नागपूर शहर), गंगाधर खापेकर (उपाध्यक्ष, नागपुर शहर), रोशन खोब्रागडे (उपाध्यक्ष, नागपुर शहर), रेवाराम वासनिक, प्रकाश बागडे, चंद्रशेखर दुपारे, राजु मेश्राम (कार्याध्यक्ष, नागपुर जिला), सुरेश रंगारी, सुनिल कुरील, सुहास चंद्रशेखर, निरज पाटील (कार्याध्यक्ष, काटोल सर्कल), उत्तम कांबळे (महासचिव, काटोल सर्कल) आदीयों ने सदर नियुक्ती पर, उनका अभिनंदन किया है.