Monday, 13 February 2017

Will Sakshi Sanjay Fulzele participate in Olympic Game... Sakshi Fulzele felicitated by different Awards...

* Will Sakshi Sanjay Fulzele participate in Olympic Game.... !
    Sakshi Fulzele feliciatated by different Awards...
         A poor backward class 13 years old girl named Sakshi Sanjay Fulzele, living in a 10*10 Room with her family and her father is a House keeping worker has won 45 Gold Medals, 5 Silver Medals and 9 Branz Medal in Karate at National and International Level. She represented India in Malaysia and Nepal and won a Gold Medal in karate International Competition...
      Recently a national President of Civil Rights Protection Cell and President of Jeewak Welfare Society Dr. Milind Jiwanem who has felicitated her by Giving Dhamma Books and citation at Nagpur
      Ms. Sakshi having tremendous confidence to participate in Olympic Game... But she have to join 3 years Training in Italy and she needs Rs. 1 crore and 20 lacks for the said training. Can any one will come to assist fincnacial support her....
Dr. Milind Jiwane
National Chairman
Civil Rights Protection Cell

                                             Sakshi Sanjay Fulzele_Karate Champion

                                                   Sakshi Sanjay Fulzele_Karate Champion


                                                Sakshi Sanjay Fulzele_Karate Champion

                                                 Sakshi Sanjay Fulzele_Karate Champion

 *बार्टी के संचालक मा. राजेश ढाबरे जी से साक्षी फुलझेले के संदर्भ में मुलाकत.....*
कराटे चँम्पियन राष्ट्रिय एवं आंतरराष्ट्रिय पुरस्कार विजेती नागपुर की सितारा एवं मागासवर्ग की प्रतिनिधी कु. साक्षी संजय फुलझेले को ऑलिंपिक मे भारत का प्रतिनिधीत्व तयारी हेतु इटली में पुर्व प्रशिक्षण आर्थिक सहयोग/अनुदान मिलाने के लिए बार्टी के संचालक मा. राजेश ढाबरे जी से नागपुर मे मुलाकत की गई.... *कु. साक्षी को राष्ट्रिय तथा आंतरराष्ट्रिय कराटे स्पर्धा के ४५ गोल्ड मेडल, ७ सिल्वर मेडल एवं ९ ब्रांज मेडल* मिल चुके है... तथा मलेशिया , नेपाल आदी देशों की कराटे स्पर्धा मे वह सहभाग लेकर गोल्ड मेडल लानेवाली साक्षी की आयु केवल १३ वर्ष की है... उमर के १२ वर्ष की आयु मे वह 'राष्ट्रिय रेफरी' बन गई है ... कु साक्षी को ऑलिंपिक मे सहभाग लेने हेतु इटली मे तिन साल का पुर्व प्रशिक्षण देने के लिए १ करोड २० लाख की आवश्यकता है... साक्षी के पिता हाउस किपिंग का काम करते है... और साक्षी १०×१० के एक रूम मे अपने परिवार के साथ रहती है... अत: उसे आर्थिक सहयोग/अनुदान मिलाने हेतु बार्टी के संचालक मा. राजेश ढाबरे जी से मुलाकत के समय सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रिय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य', कोच- झाहीर खान,* और उसके माता पिता उपस्थित थे.... भारत के तमाम दानशील मान्यवरों को तथा *भारत सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्र फडणवीस, केंद्रियमंत्री मा. नितिन गडकरी* एवं सरकार को अपिल की जाती है कि, उसे अपना आर्थिक सहयोग दे....

  *आंतरराष्ट्रिय कराटे चँम्पियन कु. साक्षी फुलझेले का सन्मान ....*
सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रिय अध्यक्ष एवं जीवक वेल्फेअर सोसायटी के अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्होंने राष्ट्रिय एवं आंतरराष्ट्रिय कराटे चँम्पियन नागपुर की १३ साल की मागासर्वगीय छात्रा *कु. साक्षी संजय फुलझेले* इन्हे धम्म पुस्तक और प्रमाणपत्र देकर सन्मानित किया... कु. साक्षी को राष्ट्रिय तथा आंतरराष्ट्रिय कराटे स्पर्धा के ४५ गोल्ड मेडल, ७ सिल्वर मेडल और ९ ब्रांझ मेडल प्राप्त हो चुके है... तथा उसने मलेशिया और नेपाल मे भारत का प्रतिनिधित्व किया है....

 *क्या साक्षी फुलझेले नागपुर की गरिब लडकी ऑलिंपिक मे सहभाग ले पाएगी...?*
*डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य', नागपुर*
मो.न. ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२
नागपुर शहर का कैलास नगर इलाका और १०×१० आकार के छोटे से एक खोली मे अपने गरिेब परिवार के साथ रहनेवाली कु. साक्षी संजय फुलझेले इस १३ साल की मागासवर्गिय लडकी ने अपने उम्र के १० वे ही साल मे कराटेे का *"ब्लँक बेल्ट"* पाने के उपरांत राष्ट्रिय और अंतरराष्ट्रिय चँम्पीयनशीप स्पर्धा मे सहभाग लेकर *४५ गोल्ड मेडल, ७ सिल्वर मेडल और ९ ब्रांझ मेडल* प्राप्त करना, इसे कौनसा मेरिट कहना होगा...? इतना ही नही कु. साक्षी उम्र के १२ साल मे "नँशनल रेफरी" भी बन गई है... जब उसे मलेशिया , नेपाल मे आयोजित "आंतरराष्ट्रिय कराटे चँम्पियनशीप" का निमंत्रण मिला, हाउस किपिंग का काम करनेवाले उसके पिता ने कर्ज लेकर उसे उन देशों मे भेज दिया... और साक्षी ने अपने पिताजी के उस लिए हुये कर्ज राशी को व्यर्थ नही जाने दिया... *मलेशिया और नेपाल देशों के स्पर्धा मे वह भारत के लिए गोल्ड मेडल* लेकर आई... पर उसे ऑलिंपिक मे कराटे स्पर्धा मे भारत का प्रतिनिधित्व करने हेतु इटली देश मे ३ साल प्रशिक्षण करना अनिवार्य है... जहाँ का *खर्च रू. १ करोड २० लाख* है... जिस के लिए आज कु. साक्षी संघर्ष कर रही है.....
साक्षी के एक रूम का घर "सामान कम केवल और केवल गोल्ड मेडोंले" से भरा दिखाई देता है... जिसे मेडल रखने के लिए अलमारी भी नही है और अलमरी रखने के लिए जगह भी नही.... वही अपने कहनेवाले रूम खाली होने के पश्चात भी रूम को टाला मार जाते है... वह हमारे अपनेवाले कहलाते है, पर आज किसी काम के नज़र नही आते....? कु. साक्षी अपने सभी मेडल बँग मे भरकर जब मुझे (डॉ. मिलिन्द जीवने) मिलने मेरे ऑफिस आई, तो मै उसकी संघर्ष गाथा सुनकर हैरान रह गया....
कु. साक्षी आज तक *महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्र फडणवीस, केंद्रिय मंत्री मा. नितिन गडकरी, समाज कल्याण मंत्री मा. राजकुमार बडोले*आदी को शासन से आर्थिक सहयोग / अनुदान मिलने हेतू मिल चुकी है.... वही महाराष्ट्र शासन के बार्टी मे ५० लाख का अनुदान मिलने हेतु प्रस्ताव भी डाल रखा है... *जापान मे २०२० में होनेवाले ऑलिंपिक मे भारत का प्रतिनिधीत्व* करने हेतु क्या इटली देश मे ३ साल का प्रशिक्षण देने हेतु भारत सरकार वा महाराष्ट्र सरकार उसे भेज पाऐगी....? अगर राज्य सरकार वा केंद्र सरकार की आर्थिक स्थिती ठिक न हो तो उसे शासन के किसी योजना का *"ब्रंड अँबेसेडर"* बनाकर, उस राशी से वह प्रशिक्षण दिलाया जा सकता है...? जैसे कि भारत के जाने माने लोगों को ब्रंड अँंबसेडर बनाकर शासन राशी दी जाती है....
आज उसे अमिताभ बच्चन, सलमान खान, आमिर खान समान सामाजिक हात आगे करनेवाले दानशील लोगों का इंतजार है... क्या वे दानशील लोग हो या सरकार उस दिशा मे पहल करेगा....?
* *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य', नागपुर*
राष्ट्रिय अध्यक्ष,
सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

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