Sunday, 29 August 2021

Mrs. Mamata Warathe, Eng. Madhavi Jambhulkar, Prof. Nita Meshram posted in CRPC Women Wing.

 *ममता वरठे / इंजी। माधवी जांभुलकर / प्रा. डॉक्टर नीता मेश्राम नर्सरी पद पर तैनात...!!!*


    सिविविल राईट सुरक्षा सेल (सीआरपीसी) - वुमन (सीआरपीसी महिला विंग) के *"राष्ट्रीय संघटक"* पद पर, *ममता वर ठेक* पद पर, *"राष्ट्रीय बाज़ार"* पद पर *इंजी। माधवी जांल* रक्षा / *"राष्ट्रीय नियंत्रक* पद *. नीता माशराम*: नीता माशराम*: सीआरपीसी महिला विंग की "कार्य प्रधान" *प्रा। / वीमनव / वायमन क्लब /बल्व के *"राष्ट्रीय पेट्रान"* और सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्दे जीवन 'शाक्य'* इन्हे बेहतर।

     उपनिषद पर *"सी. आर. पी. सी. के वाणिज्य गण"* - प्रा डॉक्टर फिर दोस श्राफ (क्रियटर-राष्ट्रीय समाचार), एन. प. जाधव (माजी फलाधिकारी - राष्ट्रीय नियंत्रक), सुर्यभान शेंडे (राष्ट्रीय नियंत्रक), विजय बुद्ध (संपादक - राष्ट्रिय स्वामी), प्रा. डॉक्टर मनिश वनखेडे (राष्ट्रपति), अमित कुमार पासवान (राष्ट्रीय सहसचिव), अॅड. डॉक्टर मोहन गवई (नेशनल कानु सल्लगार), अॅड. हर्षवर्धन मेश्राम (राष्ट्रीय कानु सल्लगार), अॅड। दिपता कार्यटके (राष्ट्रीय कानूनी सल्लागार), *"सी.आर.पी.सी. संप्लाई (चारी) और" के राष्ट्रिय -सत्यजीत जानराव (राष्ट्रीय अध्यक्ष), प्रा। श्रीकांत साइट डॉक्टर विवेक मवाडे (संघटक), प्रा. डॉक्टर मनिष वैनखेडे (पार्टिसिप), प्रा. बर्च चाहांडे (राष्ट्रपति पद), प्रा. भारत सिरसाठ - एयर एंडोल (राष्ट्रीय), प्री। डॉक्टर नीता मश्राम (राष्ट्रपति), प्रा. नितिन तागडे (राष्ट्रपति), शंकरराव ढेंगरे (नेशनल सल्लागार), निवत्ती रोकडे (नेशनल सल्लागार), डॉ. मेश्राम (कनारस सल्फ़ेलागार), अॅड। दयानंद माने (राष्ट्रीय कानुनी चांसलर), प्रा. डॉक्टर भारत सिरसाठ (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र) और *"सी.आर.पी.सी. राष्ट्रीय महिला"* की प्रा। डॉक्टर बर्च चाहांडे (कार्य अध्यक्ष), डॉ. मनिषा घोष (पार्टीशिप), ममिता वर ठेक (राष्ट्रीय संघटक), रेणु किशोर (झारखंड-स्थानांतरित), प्रा। डॉक्टर प्रीति नाईक (नेटवर्क - मध्य मध्य प्रदेश), इंजी। माधवी जांलकर (नियतिगण), नंदा रामटेके (छत्तीसगड - राष्ट्रीय), आशा आपडाम (राष्ट्रपति) प्रा. डॉक्टर नीता मश्राम (राष्ट्रपति), प्रा. डॉक्टर ममता मेश्राम (राष्ट्रीय सहसचिव), प्रा. डॉक्टर सविता काम्बे (राष्ट्रीय सहसचिव), डॉ. साधना गेडाम (राष्ट्रीय सहसचिव) इन्होने अभिनंदन है। *"सी.आर.पी.सी.मन क्लब"* के व्याख्या. बर्च चाहांडे (राष्ट्रपति पद), डॉ. मनि घोष (विषम), ममता वर ठेक (वार्षिक), प्रा। डॉक्टर नीता मेश्राम (राष्ट्रीय नियंत्रक), आशाम आपडाम (राष्ट्रपति), कल्याणी इंदोरकर (राष्ट्रीय नियंत्रक), अमिता फुल (राष्ट्रीय सहसचिव) *"सी.आर.पी.सी. टिमबल (आदिधिर)-* के राष्ट्रीय - आशादाम (निष्कर्षकर्ता अध्यक्ष), सतसमे (निष्क्रिय कार्य), विज़ विलास (राष्ट्रीय संघटक), प्राविधान। वंदना जीवा (सल्फागार), डॉ. किरण मेश्राम (कनारस सल्फ़ेलागार), डॉ. मोहन गवई (कायदेशीर सल्लगार), डा. श्रीधर गेमाम (गणित), अॅड। राष्‍ट्रपति स्‍वामित्‍व, रांच पंढरे (कण्‍टर), मधुकर सदंमेक (राष्ट्रीय नियंत्रक), महेश वट्टी (राष्ट्रीय), रवी मेडा- मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय नियंत्रक), प्रमिला रामेश्वर परते - मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सहसचिव), अंजना मडावी (राष्ट्रपति), स्मिता माटे (राष्ट्रपति), विशाल चिमोटे (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र) साथ में *"सी। आर. पी. सी. मनिषा घोष (अध्याय, महाराष्ट्र राज्य), मानके (प्रोजेक्ट इन इंपैक्ट), इंजी। डॉक्टर विवेक मवाडे (कार्य, मुख्य महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द बडोले (अध्याय, गुर्जर प्रदेश), नमो चकमा (अध्याय, अरुणाचल प्रदेश), सुब्रमण्या हिमेश (अध्याय, कर्नाटक राज्य), दिपप कुमार (अध्याय, बिहार राज्य), पुष्पेंद्र मिना (अध्यायक्ष, राजस्थान राज्य), रेणुकिशोर (अध्यक्ष, प्रदेश), लाल सिंघवन (अध्याय, उत्तर प्रदेश), अमित कुमार पासवान (कार्य अध्यक्ष, बिहार), सत्यजीतराव (महासचिव, महाराष्ट्र जान राज्य), रोहिता मिना (राजस्थान), मिना उके ( प्रदर्शन, महाराष्ट्र राज्य), मिलिंद धनवीज (प्रदेश), प्रा. बर्ष चहादे (प्रदेश, महाराष्ट्र), बरीश विंकटेश (प्रदेश, कर्नाटक प्रदेश), सुनिल चव्हाण (प्रदेश विदेशी, महाराष्ट्र), प्रा। गौतमादित्य (अध्याय, मराठवाडा विभाग), प्रा. राज एट्टोरे (महासचिव, मराठवाडा विभाग), अॅड. रविंदरसिंग धोत्रा ​​(गुजरात), संजय तिकार (मध्य प्रदेश), अंचल श्रीवास्तव (गुजरात), मंटुरादेवी मिना (राजस्थान), चंद्रिका फेन सॉंकी (गुजरात), मुसाफिर (बिहार), प्रा। नितिन तागडे (प्रदेश बाग, महाराष्ट्र), अधिरडे (कार्यालय, विदर्भ विभाग), ममता वर ठे (अध्याय, विदर्भ विभाग), डॉ. नामदेव खोब्रागडे (कार्य, विदर्भ विभाग), अविनाश गीतवाड (अध्याय, उत्तर महाराष्ट्र), मिलिंद गाडेकर (महासचिव, विदर्भ विभाग), चरण दास नगरे (प्रदेश, महाराष्ट्र), प्रादेशिक। भारत सिरसाठ - एरंडोल (प्रदेश डाक, महाराष्ट्र), खेमराज मेश्रम (प्रदेश, महाराष्ट्र), कॅप्टन सरदार कर्नल सींगिगवा (प्रदेश, द महाराष्ट्र), कॅटर्न जेल। गोंडाने (विदर्भ विभागटक), अशोक निमसरकार संघ (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. श्रीधरडाम (प्रदेश अध्यक्ष, बैठक), प्रा। डॉक्टर किशोर वनडे (प्रदेशा कार्य, प्रज्ञा संघटक, प्रविण मे (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), गजाननद (प्रदेश वैश्य), गणेश बोडखे (उपाध्यक्ष, विधर्मी स्टॉपडे), निवत्ती स्टॉपडे (अध्याय विभाग, पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. दयानंद मनोनी (कार्य, पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड। हौसेराव धुमाल (संवादी, पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा। डॉक्टर शशिकांत गीतवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉक्टर गोरख बनसोडे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉक्टर सुनिल गीतवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), महादेव काम्बे - उपसंपादक (पश्चिम महाराष्ट्र), अंगद गीतवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), सोमनाथ शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा। अरुण कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. बोधी प्रकाश (पश्चिम महाराष्ट्र), आड। डी. एच.एच. माने (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), सुर्यकांत गीतवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल का कंबेल (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा। विवेकान्वेषी गशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्याय, कोंकण विभाग), प्रा. कार्यालय सोहनी (कार्य, मुख्य कोकण विभाग), श्रीकांत जंजीवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वनखेडे (कोंकण विभाग), विलास गीतवाड (कोंकण विभाग), प्रिंटर शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्सेंडिंग (छपरा, बिहार) जोड़ा ने भी अभिनंदन है। सुर्यकांत गीतवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. विवेकान्वेषी गशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्याय, कोंकण विभाग), प्रा. कार्यालय सोहनी (कार्य, मुख्य कोकण विभाग), श्रीकांत जंजीवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वनखेडे (कोंकण विभाग), विलास गीतवाड (कोंकण विभाग), प्रिंटर शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्सेंडिंग (छपरा, बिहार) जोड़ा ने भी अभिनंदन है। सुर्यकांत गीतवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. विवेकान्वेषी गशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्याय, कोंकण विभाग), प्रा. कार्यालय सोहनी (कार्य, मुख्य कोकण विभाग), श्रीकांत जंजीवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वनखेडे (कोंकण विभाग), विलास गीतवाड (कोंकण विभाग), प्रिंटर शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्सेंडिंग (छपरा, बिहार) जोड़ा ने भी अभिनंदन है। श्रीकांत जंवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वनखेडे (कोंकण विभाग), विलास गीतवाड (कोंकण विभाग), प्रिंटर शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्सेंडिंग (छपरा, बिहार) जोड़ा ने भी अभिनंदन है। श्रीकांत जंवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वनखेडे (कोंकण विभाग), विलास गीतवाड (कोंकण विभाग), प्रिंटर शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्सेंडिंग (छपरा, बिहार) जोड़ा ने भी अभिनंदन है।

     वर्धित साथ *"सी. आर. पी. सी. के अलग-अलग शाखा"* - एल. के. मौसम (अध्याय, मुंबई शहर), मुकीश शेंडे (अध्याय, चंद्रपुर शहर), गौतमादित्य (अध्याय, औरंगाबाद जिला), प्रा. दशरथ रोडे (अध्याय, बीड जिला), भारतवर्ष (कार्यालय, औरंगाबाद जिला), डॉ. नामदेव खोबरागडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), मिलिंद धनवीज (अध्याय, यवतमाल जिला), प्रा. योगेंद्र नगराले (अध्याय, गोविंदिया जिला), इंजी। स्वनिल सातवेकर (अध्याय, कोल्हापुर जिला), संजय बघेले (अध्याय, गोंडिया शहर), डॉ. (अध्यक्ष, जलव जिला), बापुसाहेब सोनवणे (अध्याय, नासिक जिला), खिलाड़ी निकम (कार्य, नासिक जिला), द अध्यध्यक्ष, सोलापुर जिला), प्रेसीडेंट परमार गुजरात), कमलकर्म चव्हाण (गुड़िदास जीवने) (अध्याय, पुसद जिला), प्रा. मिलिंद आठवले (अध्याय, औरंगाबाद शहर), एड. रेविविविलि (अध्याय, लातूर जिला), शांताराम इंगे (अध्याय, बुढाणा जिल्हा), कोंडु मडावी (आदिाबाद जिला अध्यक्ष, फ़ोन), युयुड (कार्य, आदिलाबाद, तिरु), तिरु। बलराम उइके (प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरू मिगेश्वरी कुंजाम (प्रदेश, मध्य प्रदेश), विज्ञापन हेमराज कंगाले (प्रदेश, मध्य प्रदेश), तिरू। सुर्यभान कवडेति (प्रदेश उपभोक्ता, मध्य प्रदेश), तिरु। शिवराज सिंह उर्वेति (प्रदेश संघटक, मध्य प्रदेश), ेंद्र इंडिक इडपाचे (प्रवासी डॉ एच, मध्य प्रदेश) सिंचित के साथ *प्रदेश स्त्री* की -. भारती लांजेवार (अध्याय, महाराष्ट्र राज्य), क्रिया रामटेके (कार्य, महाराष्ट्र), गौ - ज्योती चौहान - मुंबई उप, महाराष्ट्र राज्य), डॉ. सारिका कांबले (जानराव) - (अध्यक्ष, गुर्जर प्रदेश), अॅड. श्रृष्टि संकपाल (अध्याय, पश्चिम महाराष्ट्र), वैशाली जानराव - (कार्य अध्यक्षता, पश्चिम महाराष्ट्र), डॉ. सुवर्णा घिमघिमे (महासचिव, पश्चचिम महाराष्ट्र), संजीवनी ग्रीट (अध्याय, विदर्भ), रंजना गांगुर्डे (अध्याय, उत्तर महाराष्ट्र), ममता गाडेकर (नागपुर जिला अध्यक्ष), दिशा चनकापुरे (महाराष्ट्र), रीताबागडे, मंगला वन दूधे (विदर्भ समन्वयक), ली आपडाम (चिव, विदर्भ), प्रीति हिना लांजेवार, वीणा वास पराते (नागपुर जिला कार्य पर), पवित्रा बांबोळे (अध्याय, चंद्रपुर जिला), अपर्णा गाडेकर (नागपुर डिस्ट्रिक्ट), वीणा वासनिक (संपर्क, महाराष्ट्र), अड। निलीमा लाडे आंबेडकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कल्याणी इंदोर (प्रदेश), वैशाली रामटेके (प्रदेश राज्यपाल), शोभा मेश्राम (प्र नियंत्रक), इंदु मेश्राम (सचिव, विदर्भ विभाग), सय रंगारी (नागपुर जिला), शीला घगरगु नागपुर जिला), साधनारे (महासचिव, विदर्भ), लक्ष्मी वाघमारे (पश्चिम महाराष्ट्र), वंदना चंदनशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), शैल क्षिरसागर (पश्चिम महाराष्ट्र), कविता कापुरे (पश्चिम महाराष्ट्र), रजनी साळवे (पश्चिम महाराष्ट्र), श्री शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), सुप्रिया माने (पश्चिम), महा अनिता मेश्राम भाग्य फुल महाराष्ट्र (महाराष्ट्र), अमिताकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), मिनाक्षी शहारे (सचिव, महाराष्ट्र), निलिमा भैसारे (महाराष्ट्र), शालिनीताई शेंडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), कल्पना गोवर्धन, राया गजभियेट, वैशाली रावत, ममता कुंभलवार, प्रिया वनकर, भारती खोब्रागडे, अल्का कोचे (उप, महाराष्ट्र), छाया खोब्रागडे (विपरीत विभाग सर, सीमा मेश्राम,िता बरकर सोमवर (खापा) , सय्या और सोमकुंवर (वाडी), प्रतिमा गोडबोले (रामतेर), पुष्पा कांबुए (अध्यायक्ष, कटोल सर्कल), संगिता नाटककर (कोराडी), सिताभे (रामटेक), वेटंगसे (रामटेक), सुहासिनी शनिचरे (टेक) महिला महिला * नागपुर शाखा* के नरेश डोंगरे (अध्याय, नागपूर जिला), डॉ. मनीष नंदेश्वर (महासचिव, नागपुर शहर), मनिशश खंडारे, रेवाराम निवासी, प्रकाश बागडे, चंद्रशेखर दुपारे,



Sunday, 22 August 2021

 ‌✍️ *चळवळीने (???) दलित तरुणांना वेगळी स्वप्न दाखवावीत : शरणकुमार लिंबाळे 'दलित'...!* प्रश्न आहे आपण स्वप्ने बघावीत की कृतीशीलतेत रहावे....?

  *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य',* नागपूर १७

  राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

    मो. ९३७०९८४१३८/९२२५२२६९२२


     मुंबई शहरातील दलित साहित्यिक डॉ. शरणकुमार लिंबाळे *'दलित'* ह्यांनी १९ ऑगष्ट २०२१ रोजी *"बिर्ला फाऊंडेशन "* द्वारा दिला जाणारा *" सरस्वती पुरस्कार २०२१"* प्राप्त झाल्याबद्दल, ब्राम्हण वर्चस्व असलेल्या *"विदर्भ साहित्य संघ"* ह्यांच्या वतीने नागपुरात सत्कार करण्यात आला. आणि शरणकुमार लिंबाळे *'दलित'* ह्यांनी "सरस्वती" ह्या काल्पनिक हिंदु देवीच्या नावे पुरस्कार स्विकारल्यामुळे समस्त आंबेडकरी चळवळीकारांनी, लिंबाळेनी सदर पुरस्कार स्विकारु नये, ह्या संदर्भात विरोध सुरु केला. परंतु लिंबाळेनी आबेंडकरी लोकांचा विरोध नाकारुन, सदर पुरस्कार स्विकारला. आणि त्याप्रसंगी शरणकुमार लिंबाळे मनोगत व्यक्त करतांना म्हणाले की, *"चळवळीने दलित तरूणांना फक्त मोर्चेकरी बनविले. रिपब्लीकन ऐक्य, विद्यापीठ नामांतर अशा भावनिक प्रश्नावर त्यांना लढविले गेले. त्यावेळी ते आवश्यकही होते. पण आता चळवळीने दलित तरुणांना नविन स्वप्ने दाखवावीत. "* अशी अपेक्षा व्यक्त केली.

     दया पवार ह्यांनी लिहिलेल्या *"बलुत"* असो वा, डॉ. शरणकुमार लिंबाळे ह्यांनी लिहिलेल्या *"अक्करमाशी"* ह्या आत्मचरित्र लिखाणाने, आंबेडकरी समाजाने त्यांना आपल्या डोक्यावर बसवले होते. आणि सदर आत्मचरित्रे आंबेडकरी समाज मोठ्या आवडीने वाचतही असे. तसे बघितले तर, *"आत्मचरित्रे लिहिणारी लेखक मंडळींचे लिखाण वास्तव हे आपण पुर्णपणे सत्य मानावे किंवा नाही, हा तर संशोधनाचा विषय आहे."* दु:ख, शोषण, वेदना, संघर्ष हा जरी शोषित/ पिडित/ त्रासित समाजाचा प्रत्यक्ष अनुभव असला तरी, त्या लिखाणात अतिशयोक्ती भाव नसेलचं, हे तरी आपण कोणत्या आधारे मानावे....? शरणकुमार लिंबाळे ह्यांनी त्याप्रसंगी *"दलित साहित्य / आंबेडकरी साहित्य"* हा विवाद निरर्थक  बोलणे...! ह्याला काय म्हणावे? पुढे लिंबाळे म्हणतात *"दलित म्हणजे गुलामीविरुध्द बंड करणारा...! मात्र तोच शब्द बाद करण्याचा प्रयत्न सुरु आहे. दलित लेखक फक्त जातीव्यवस्थेचाच विचार करतो. तो जागतिकीकरण, काश्मिर, तालिबानकडे लक्ष देत नाही. आम्ही परिघात अडकलो आहोत. पण दलितांचे प्रश्न हे संपुर्ण भारतीयांचे प्रश्न आहेत. माणसाकडे माणुस म्हणुन पाहाण्याची गरज असतांना फक्त जात मिरविणे, बंद व्हायला हवे."* अशी मोठी शेखी मारण्यास *शरणकुमार लिंबाळे 'दलित' महाराज* विसरले नाहीत...!!! शरणकुमार लिंबाळेचे असे हे *"दलित लिखाण / विचार"* बघुन, मी त्यांच्या नावाच्या मागे त्यांना फार अशी शोभणारी *'दलित"* ही उपाधी दिलेली आहे.

       डॉ. शरणकुमार लिंबाळे *'दलित'* महारांजानी अजुन आपल्या अकलेचे तारे, नागपुरातील एका दैनिकाला दिलेल्या एका मुलाखतीमध्ये तोडले. त्याप्रसंगी लिंबाळे 'दलित' म्हणतात *"सरस्वती हे काल्पनिक प्रतिक आहे. सरस्वती नाकारणे म्हणजे तिचे अस्तित्व आपण मान्य करणे आहे. 'सरस्वती सन्मान पुरस्कार' स्विकारतांना मी सरस्वतीला स्विकारलेले नाही. तर राष्ट्रीय पातळीवरील पुरस्कार स्विकारत आहे. यात पुरस्काराचे नाव हे महत्वाचे नाही......! "* शरणकुमार लिंबाळें ह्यांचे हे दलित विचार वाचल्यावर, *"सनातन"* ह्या लिंबाळे 'दलित' लिखित कांदबरीची डाक्टरी चिकित्सा करणे, हे गरजेचे झाले आहे. तसे लिंबाळे 'दलित' महाराज हे बरेच काही असे बोलुन गेले. अकल सांगुन गेले. आणि आता लिंबाळे 'दलित' महाराजांच्या लिखाण वा विचारांची चिरफाड करु या...!!!

      शरणकुमार लिंबाळे 'दलित' महाराज ह्यांच्या लिखाणाची / विचाराची चिरफाड ही *"चळवळीने तरुणांना फक्त मोर्चेकरी बनविले..... आता चळवळीने दलित तरुणांना नविन स्वप्ने दाखवावीत....!"* ह्यापासुन करु या. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ह्यांनी आपले अधिकार कसे घ्यायला हवे ? हे सांगितले आहे. *त्याकरिता आपण काय करायला हवे, लिंबाळे 'दलित' महाराज?*  आणि दलित तरुणांना स्वप्ने दाखवावीत, हे ही आपण बोलुन गेलेत. *अहो लिंबाळे 'दलित' महाराज, आम्ही स्वप्नाच्या जगात अजुन किती वर्षे जगायचे हो...?* आता आम्हाला स्वप्नाच्या जगात राहायचे नाही, तर कृतीशील जगात काम करायचे आहे. आणि ती उडाण आम्ही कधीचीच घेतलेली आहे. *"डॉ. बाबासाहेब आंबेडकरांच्या सोबत ज्या शोषित / पिडित वर्गांनी, १४ आक्टोंबर १९५६ रोजी बुध्दाचा हात धरलेला होता, त्या शोषित समाजाने ह्या ७४ वर्षाच्या अल्पश्या काळामध्ये शोषक वर्गासमक्ष केलेली वैचारिक प्रगती ही जगाचा एक क्रांती इतिहास झालेला आहे."* आणि शरणकुमार, अजुन तुम्ही दलित राहिलात...! बौध्द धम्माची दीक्षा घेतलेली नाही. त्याला आम्ही तरी काय करणार...? तुमचे वैचारिक अधिष्ठान ही *"दलित"* अर्थात *"दलींदर...!"*

     आता *"दलित म्हणजे गुलामीविरुध्द बंड करणारा ! तोच शब्द बाद करण्याचा प्रयत्न सुरू आहे. ...... जातीव्यवस्था / जागतिकीकरण / काश्मिर / तालिबान / आंतरराष्ट्रिय प्रश्न / जात मिरविणे बंद करायला हवे...!"* ह्या विषयासंदर्भात मी माझे लिखाण नेहमीच मिडियावर मांडत आलो आहे. आपण सदर लिखाण वाचलेले दिसत नाही, हा आपला दोष आहे. आणि *"अन्यायाविरोधात पहिला लढा देणारे बुध्द हे जगातील पहिले महामानव होते!"* त्यानंतर चक्रवर्ती सम्राट अशोक झालेत, राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले झालेत, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर झालेत...! आणि तुम्ही काय दलित साहित्याचा / चळवळीचा बुजगावणे घेवुन बसलात..! *"बौध्द साहित्य हे जगातील अर्वाचिन साहित्य आहे...!"* भदंत अश्वघोष हे बौध्द  साहित्याचे आदि लेखक. ह्या तुमच्या अज्ञानाला आम्ही काय म्हणावे...??? *"बौध्द साहित्य असो वा अलिकडचे आंबेडकरी साहित्य असो, ह्या साहित्यामध्ये विद्रोह आहे, नकार आहे, हुंकार आहे, नैतिकवाद आहे, मानवता आहे, सामाजिक भाव आहे, निसर्ग आहे, आणि सौंदर्यशास्त्र ही आहे...!"* आता शरणकुमार लिंबाळे 'दलित' महाराज, तुम्ही त्या मराठी भाषा धार्जिण्या साहित्यिकांना कालीदासाच्या लिखाणावर प्रश्न करणार आहात काय...? किंवा मराठी भोगवादी साहित्य लिखाणाचे काय...??? ह्या विषयांवरही आपले थोडे तोंड खोला. नाही तर कुत्रेपणाची तुमची ही वटवट बंद करा...!!!

     लिंबाळें *'दलित'* महाराज, आता आपण मुलाखतीचे शब्द *"'सरस्वती हे काल्पनिक प्रतिक आहे...... यात पुरस्काराचे नाव हे महत्वाचे नाही.!* ह्या विषयावर बोलु या...! सरस्वतीचे नाव असलेला पुरस्कार हा आता तुमच्या *"ड्राईंग रुमच्या कपाटात"* असणार आहे. अर्थात सरस्वतीच्या नावाचे दर्शन हे तुम्हाला रोज होणार आहे. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ह्यांनी आपण त्रासित समाजाला मानसिक मुक्तीच्या ह्या *"बाविस प्रतिज्ञा"* दिलेल्या आहेत. त्यामधील सरस्वतीं ही एक हिंदु देवता आहे. आपल्याला गुलामीची झळ देणारी ती एक अवतारणी आहे. देववाद / धर्मांधवादाची ती आमच्याकरीता एक काळी चेटकिण आहे. वरुन तुम्ही बेशरमपणाने म्हणत आहात की, तुम्हाला *"पुरस्काराचे असणारे नाव हे  काही महत्वाचे नाही..!"* मग तुम्ही आम्ही दिलेला आणि त्यामध्ये तुमचा अर्धनग्न फोटो लावलेला, *"लिंबाळें 'दलित' नग्नराज आंतरराष्ट्रिय पुरस्कार "* असा हा पुरस्कार, आपण स्विकारणार आहात काय...? कारण तुम्हाला पुरस्काराचे नाव हे फार महत्वाचे वाटत नसुन, *"दिलेला पुरस्कार"* हा महत्वाचा वाटतो आहे. जर तुम्हाला पुरस्काराचा इतका मोठा हाव आहे तर, तुम्ही मला एकदा बोलायला हवे होते. मी तुम्हाला साहित्याचा *"राष्ट्रीय पुरस्कार"* दिलेला असता. आंतरराष्ट्रिय स्तरावर तुमचे नाव, मी अजुन मोठे केले असते. पण ही अनैतिकता / अगतिकता / आततायीपणा / हावरेपणा हा आपण पुर्णत: टाळायला हवा नां, शरणकुमार लिंबाळे *'दलित'* साहेब...?

    आता चर्चा *"जागतिक आंबेडकरवादी साहित्य महामंडळ"* ह्या उथाळ बुजगावणे मंडळाबद्दलही करु या...! ह्या बुजगावणे मधिल एक पात्र हा *"आंबेडकरी नामांकित साहित्यिक वगैरे काही नसुन, तो केवळ एक पुस्तक प्रकाशक"* आहे. अमेरिका येथे असणारे आमचे मित्र स्मृतिशेष *राजु कांबळे* हे त्यांच्या एन.जी.ओ. द्वारे ते काही देशात *"आंतरराष्ट्रिय बौध्द परिषदेत"* घेत असत. आणि पुस्तक प्रकाशन करणारा तो पात्र हा, आमचे मित्र स्मृतिशेष राजु कांबळे ह्यांचे नागपुरमध्ये काम करणारा एक साधारण कार्यकर्ता. माझ्याकडेही तो कधी कधी येत असायचा. दोन - तिन वर्षापुर्वी राजु कांबळे हे नागपुरला आले होते. आमच्या त्या भेटीत आम्ही आंबेडकरी चळवळ आणि बौध्द परिषदे संदर्भात दोन तास बरीच चर्चा केली. कधी कधी फोनवर आमचे बोलणे होत असे. आमच्या त्या मित्राचे ह्या जगातुन अचानक निघुन जाणे, आणि स्मृतिशेष राजु कांबळे ह्यांच्या संघटनेच्या काही देशात कार्यरत पदाधिकारी वर्गांसोबत त्या पुस्तक प्रकाशक पात्राने सलगी वाढविली. आणि *"डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर कॉलेजमध्ये"* त्याचे जवळचे रिस्तेदार असणा-या प्राध्यापकाला पकडुन, घरेलु *"जागतिक आंबेडकरवादी साहित्य महामंडळ "* हे बुजगावणे उभे केले. "आयत्या बिळावर नागोबा" सारखा हा प्रकार होय. मग *प्रा. डॉ. यशवंत मनोहर / गिरिश गांधी* ह्यां दोन लोकांना हाताशी धरुन, नागपुरात तेव्हा *"पहिली जागतिक आंबेडकरवादी साहित्य परिषद"* घेण्याचा कार्यक्रम घोषित केला. परंतु सदर परिषद आयोजनात घाणेरडी अशी राजनीति दुर्गंधी दिसल्यामुळे, मी त्या परिषदेचा तिव्र विरोध केला. तसेच अन्य आबेंडकरी साहित्यिक ‌वर्गांनीही त्या आयोजनाला तिव्र विरोध केल्यामुळें, सदर जागतिक परिषद ही त्यांना रद्द करावी लागली. आणि मग काय त्या प्राध्यापकाने चार पाच लोकांनां हाताशी धरुन *"जागतिक"* शब्दधारी बुजगावण्याची हवा निर्माण करण्याचा प्रयत्न चालविला. महत्वाचे म्हणजे‌ सदर प्राध्यापक हा, खुप मोठा *"नामांकित आंबेडकरी साहित्यिक‌"* नाही. आणि डॉ. यशवंत मनोहर हे सुध्दा आबेंडकरी / बौध्द विचारधारेचे साहित्यिक नाहीत. *डाॅ. गिरीश गांधी हे सुध्दा आपले प्रतिनिधी नाहीत.* आता त्या तथाकथित जागतिक (?) कलदारांनी, डॉ. शरणकुमार लिंबाळे 'दलित' ह्यांचा नागपुरच्या पवित्र दिक्षाभुमीवर सत्कार / भेटीची मोठी बातमी टाकुन, त्यांनी *"आंबेडकरी समाजाचा चालविलेला द्रोह,"* हा आपल्याला मोडणे फार गरजेचे आहे. नाही तर, ही बुजगावणे समाजाची / चळवळीची / आंबेडकरी - बौध्द साहित्याची वाट लावण्याची शक्यता फार जास्त आहे.

      दलित असो वा दलितत्व हा शब्द *"हिन भावनेचे प्रतिक आहे."* डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ह्यांनी १४ ऑक्टोंबर १९५६ ला आम्हाला बुध्द दिला. *'बौध्द साहित्य हे जगातील सर्वात प्राचिन असे साहित्य आहे...!"* बौध्द साहित्यामध्ये विद्रोह, हुंकार, मानवतावाद, नीतिवाद, निसर्गवाद, समाजवाद आणि सौंदर्यशास्त्र सामावलेले आहे. *ते साहित्य आदर्श व्यक्ती, आदर्श‌ समाज आणि आदर्श राष्ट्र जडण - घडण करण्याचे माध्यम आहे.* स्वप्नाळुपणा ह्या साहित्यामध्ये नाही. बौध्द साहित्य हे कृतीशीलता जोपासणारी कडी आहे. प्रज्ञा सांगणारा नाद आहे. समता, न्याय, बंधुता ह्या त्रयीचा संगम आहे. आंबेडकरी साहित्य हे बुध्दाकडे घेवुन जाणारे वाहक आहे. तेव्हा डॉ. शरणकुमार लिंबाळे 'दलित' ह्यांनी आता तरी बौध्द साहित्याची कास धरावी, एवढेचं आवाहन आहे. सरस्वती सन्मान पुरस्कार ह्याचे विसर्जन करुन....!!!


* * * * * * * * * * * * * * * * * *




Wednesday, 18 August 2021

Dr. Milind Jiwane 'Shakya' birthday celebration 2021

 🌹 *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य' इनका जन्मदिन सी.आर.पी.सी. की ओर सें सहोल्लास संपन्न...!* (मानवी अवयव दान प्रसार मोहिम का शुभारंभ)

        सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल तथा सीआरपीसी वुमन विंग / सीआरपीसी एम्प्लाई विंग / सीआरपीसी ट्रायबल विंग / सीआरपीसी वुमन क्लब के संयुक्त तत्वाधान में, सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनका जन्मदिन मनाया गया. उस अवसर पर एम्प्लाई विंग के राष्ट्रीय सल्लागार *शंकरराव ढेंगरे* इन्होने अध्यक्षता की. *सुर्यभान शेंडे / एड. संदिप ताटके* प्रमुख अतिथी थे. उस अवसर पर, सेल के विदर्भ संघटक *सचिन टेंभुर्णे* इन्होने जन हितार्थ *"मानवी अवयव दान प्रसार मोहिम "* शुभारंभ सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने* इनके हाथो से किया. *प्रा. वर्षा चहांदे* इन्होने संचालन / *डॉ. मनिषा घोष* इन्होने प्रास्ताविक तथा *डाॅ. भारती लांजेवार* इन्होने आभार माना. *प्रा. वंदना जीवने / ममता वरठे / प्रा. डॉ. नीता मेश्राम / इंजी. माधवी जांभुलकर / सरदार कर्नलसिंग / सचिन टेंभुर्णे / गंगाधर खापेकर* इन्होने मनोगत बयान किया. उस अवसर पर *डॉ. राजेश नंदेश्वर / रमेश वरठे / प्रवीण मेश्राम / वीणा पराते / संजीवनी आटे / संध्या रंगारी / संजय फुलझेले / सुरेश रंगारी* आदी पदाधिकारी गण उपस्थित थे.























Monday, 16 August 2021

Pravin Meshram posted Vice President of Vidarbha Region of Civil Rights Protection Cell

 🤝 *प्रवीण मेश्राम इनकी सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल - विदर्भ विभाग के "उपाध्यक्ष" पद पर नियुक्ती...!!!*


    सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल (CRPC) - विदर्भ विभाग के *"उपाध्यक्ष"* पद पर, *प्रवीण मेश्राम*  इनकी नियुक्ती CRPC महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष *डॉ. मनिषा घोष* इन्होने, जाहिर की है. सदर नियुक्ती की सुचना सीआरपीसी एम्प्लाई विंग / वुमन विंग / वुमन क्लब / ट्रायबल विंग के *"राष्ट्रीय पेट्रान"* तथा सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्हे भेजी गयी है.

     उपरोक्त नियुक्ती पर *"सी. आर. पी. सी. के राष्ट्रीय पदाधिकारी गण"* - प्रा. डॉ. फिरदोस श्राफ (फिल्म स्टार - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), एन. पी. जाधव (माजी उपजिल्हाधिकारी - राष्ट्रीय सचिव), सुर्यभान शेंडे (राष्ट्रीय सचिव), विजय बौद्ध (संपादक - राष्ट्रिय सचिव), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय सचिव), अमित कुमार पासवान (राष्ट्रीय सहसचिव), अॅड. डॉ. मोहन गवई (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), अॅड. हर्षवर्धन मेश्राम (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), अॅड. संदिप ताटके (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), *"सी.आर.पी.सी. एम्प्लाई (कर्मचारी) विंग"* के राष्ट्रिय पदाधिकारी -  सत्यजीत जानराव (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (राष्ट्रीय महासचिव), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. डॉ. नीता मेश्राम (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. नितिन तागडे (राष्ट्रीय सचिव), शंकरराव ढेंगरे (राष्ट्रीय सल्लागार), निवॄत्ती रोकडे (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), अॅड. दयानंद माने (राष्ट्रीय कानुनी सलाहकार), प्रा. डॉ. भारत सिरसाठ (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र) तथा *"सी.आर.पी.सी. राष्ट्रीय महिला विंग"* की  प्रा. डॉ. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीयकार्याध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), ममता वरठे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), रेणू किशोर (झारखंड - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. डॉ. प्रिती नाईक (राष्ट्रीय महासचिव - मध्य प्रदेश), इंजी. माधवी जांभुलकर (राष्ट्रीय सचिव), मीना उके (राष्ट्रीय सचिव), नंदा रामटेके (छत्तीसगड - राष्ट्रीय सचिव), आशा तुमडाम (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. डॉ. नीता मेश्राम (राष्ट्रीय सहसचिव), प्रा. डॉ. ममता मेश्राम (राष्ट्रीय सहसचिव), प्रा. डॉ. सविता कांबळे (राष्ट्रीय सहसचिव), डॉ. साधना गेडाम (राष्ट्रीय सहसचिव) इन्होने अभिनंदन किया है. *"सी.आर.पी.सी. वुमन क्लब"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष), ममता वरठे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. डॉ. नीता मेश्राम (राष्ट्रीय सचिव), आशा तुमडाम (राष्ट्रीय सचिव), कल्याणी इंदोरकर (राष्ट्रीय सचिव), अमिता फुलकर (राष्ट्रीय सहसचिव) *"सी.आर.पी.सी. ट्रायबल (आदिवासी) विंग"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी - आशा तुमडाम (राष्ट्रीय अध्यक्ष), सतिश सलामे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), विलास सिडाम (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. मोहन गवई (कायदेशीर सल्लागार),  डा. श्रीधर गेडाम (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), अॅड. स्वाती मसराम (राष्ट्रीय महासचिव), अर्चना पंधरे (राष्ट्रीय सचिव), मधुकर सडमेक (राष्ट्रीय सचिव), राजेश वट्टी (राष्ट्रीय सचिव), रवी मेडा- मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सचिव), प्रमिला रामेश्वर परते - मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सहसचिव), अंजना मडावी (राष्ट्रीय सचिव), स्मिता माटे (राष्ट्रीय सचिव), विशाल चिमोटे (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र) इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. (मेन विंग) के प्रदेश पदाधिकारी"* - डॉ. मनिषा घोष (अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), महेंद्र मानके (प्रोजेक्ट इन चार्ज), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द बडोले (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), नमो चकमा (अध्यक्ष, अरुणाचल प्रदेश), सुब्रमण्या महेश (अध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), दिपक कुमार (अध्यक्ष, बिहार राज्य), पुष्पेंद्र मीना (अध्यक्ष, राजस्थान राज्य), रेणु किशोर (अध्यक्ष, झारखंड प्रदेश), लाल सिंग आनंद (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश), अमित कुमार पासवान (कार्याध्यक्ष, बिहार), सत्यजीत जानराव (महासचिव, महाराष्ट्र राज्य),  रोहिताश मीना (राजस्थान), मीना उके (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द धनवीज (प्रदेश उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), गिरीश व्यंकटेश (प्रदेश उपाध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), सुनिल चव्हान (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. गौतमादित्य (अध्यक्ष, मराठवाडा विभाग), प्रा. राज अटकोरे (महासचिव, मराठवाडा विभाग), अॅड. रविंदरसिंग धोत्रा (गुजरात), संजय टिकार (मध्य प्रदेश), आंचल श्रीवास्तव (गुजरात), मंटुरादेवी मीना (राजस्थान), चंद्रिका बहन सोलंकी (गुजरात), मुसाफिर (बिहार), प्रा. नितिन तागडे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अधिर बागडे (कार्याध्यक्ष, विदर्भ विभाग), ममता वरठे (अध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. नामदेव खोब्रागडे (कार्याध्यक्ष, विदर्भ विभाग), अविनाश गायकवाड (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), मिलिंद गाडेकर (महासचिव, विदर्भ विभाग), चरणदास नगराले (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), खेमराज मेश्राम (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कॅप्टन सरदार कर्नलसिंग दिगवा (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), सचिन जि. गोंडाने (विदर्भ विभाग संघटक), अशोक निमसरकार (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. श्रीधर गेडाम (प्रदेश‌ अध्यक्ष, तेलंगाना), प्रा. डॉ. किशोर वानखेडे (प्रदेश कार्याध्यक्ष, तेलंगाना), मनोहर गेडाम (प्रदेश संघटक, तेलंगाना), प्रविण मेश्राम (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), गजानन वैद्द (प्रदेश महासचिव, तेलंगाना), गणेश बोडखे (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), निवॄत्ती रोकडे (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. दयानंद माने (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र),  अॅड. हौसेराव धुमाल (समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. शशिकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. गोरख बनसोडे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. सुनिल गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), महादेव कांबळे - उपसंपादक (पश्चिम महाराष्ट्र), अंगद गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), सोमनाथ शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. अर्जुन कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. बोधी प्रकाश (पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. डी. एच. माने (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. सागर कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), सुर्यकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. विवेक गजशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्यक्ष, कोंकण विभाग), प्रा. अंकुश सोहनी (कार्याध्यक्ष, कोकण विभाग), श्रीकांत जंवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाळे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वानखेडे (कोंकण विभाग), विलास गायकवाड (कोंकण विभाग), पत्रकार शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्षवर्धन (छपरा, बिहार) आदी पदाधिकारी वर्ग ने भी अभिनंदन किया है.

     इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. के विभिन्न शाखा पदाधिकारी"* - एल. के. धवन (अध्यक्ष, मुंबई शहर), मुकेश शेंडे (अध्यक्ष, चंद्रपूर शहर), गौतमादित्य (अध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), प्रा. दशरथ रोडे (अध्यक्ष, बीड जिला), भारत थोरात (कार्याध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), डॉ. नामदेव खोब्रागडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), मिलिंद धनवीज (अध्यक्ष, यवतमाल जिला), प्रा. योगेंद्र नगराले (अध्यक्ष, गोंदिया जिला), इंजी. स्वप्नील सातवेकर (अध्यक्ष, कोल्हापूर जिला), संजय बघेले (अध्यक्ष, गोंदिया शहर), डॉ. देवानंद  उबाले (अध्यक्ष, जलगाव जिला), बापुसाहेब सोनवणे (अध्यक्ष, नासिक जिला), निखिल निकम (कार्याध्यक्ष, नासिक जिला), अंगद गायकवाड (अध्यक्ष, सोलापुर जिला), राजेश परमार (गुजरात), कमलकुमार चव्हाण (गुजरात), हरिदास जीवने (अध्यक्ष, पुसद जिला), प्रा. मिलिंद आठवले (अध्यक्ष, औरंगाबाद शहर), एड. रमेश विवेकी (अध्यक्ष, लातुर जिला), शांताराम इंगळे (अध्यक्ष, बुलढाणा जिल्हा), गौतम जाधव (कार्याध्यक्ष, मुंबई शहर), प्रवीण दाभाडे (महासचिव, मुंबई शहर), सुरेश वाघमारे (अध्यक्ष, उत्तर मुंबई), किशोर शेजुल (अध्यक्ष, जालना), मनिष खर्चे (अध्यक्ष, अकोला), संदिप गायकवाड (महासचिव, जालना), सिध्दार्थ सालवे, प्रशांत वानखेडे, विनोद भाई वनकर (गुजरात), धर्मेंद्र गणवीर, सुधिर जावले, हॄदय गोडबोले (अध्यक्ष, भंडारा जिला), महेंद्र मछिडा (गुजरात), प्रियदर्शी सुभुती (गुजरात), राजेश गोरले (समन्वयक, विदर्भ), अमित जाधव (जिल्हा अध्यक्ष, ठाणे) *प्रदेश‌ ट्रायबल (आदिवासी) विंग* के विशाल चिमोटे (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र), किसनलाल मडावी (प्रदेश कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र) अनिता मसराम (प्रदेश महासचिव, महाराष्ट्र), मनिषा मसराम (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), दिलिप सुरपाम (प्रदेश संघटक, महाराष्ट्र), अनिलकुमार धुर्वे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र) *सीआरपीसी ट्रायबल विंग के अन्य पदाधिकारी* - पवन मोरे (नांदेड जिला अध्यक्ष, महाराष्ट्र), कोंडु मडावी (आदिलाबाद जिला अध्यक्ष, तेलंगाना), युवराज आडे (कार्याध्यक्ष, आदिलाबाद, तेलंगाना), तिरु. बलराम ऊइके (प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरू माय गितेश्वरि कुंजाम (प्रदेश उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरु. अड. हेमराज कंगाले (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरू. सुर्यभान कवडेति (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरु. शिवराज सिंह उरवेति (प्रदेश संघटक, मध्य प्रदेश), विरेंद्र इडपाचे (प्रदेश कोषाध्यक्ष, मध्य प्रदेश) इसके साथ हई *प्रदेश‌ महिला विंग*  की - डॉ. भारती लांजेवार (अध्यक्ष, महाराष्ट्र प्रदेश), अर्चना रामटेके (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र), गायिका - ज्योती चौहान - मुंबई (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), डॉ. सारिका कांबले (जानराव) - (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), अॅड. श्रृती संकपाल (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), वैशाली जानराव - (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), डॉ. सुवर्णा घिमघिमे (महासचिव, पश्र्चिम महाराष्ट्र), संजीवनी आटे (अध्यक्ष, विदर्भ), रंजना गांगुर्डे (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), ममता गाडेकर (नागपुर जिला अध्यक्ष), दिशा चनकापुरे (महाराष्ट्र उपाध्यक्ष), रिता बागडे, मंगला वनदूधे (विदर्भ समन्वयक), लीना तुमडाम (सचिव, विदर्भ), प्रिती खोब्रागडे (संघटक, महाराष्ट्र), हिना लांजेवार, वीणा पराते (नागपुर जिला कार्याध्यक्ष), पवित्रा बांबोळे (अध्यक्षा, चंद्रपुर जिला), अपर्णा गाडेकर(नागपुर जिला उपाध्यक्ष), वीणा वासनिक (संघटक, महाराष्ट्र), अॅड. निलिमा लाडे आंबेडकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कल्याणी इंदोरकर (प्रदेश उपाध्यक्ष), वैशाली रामटेके (प्रदेश सचिव), शोभा मेश्राम (प्रदेश सचिव), इंदु मेश्राम (सचिव, विदर्भ विभाग), संध्या रंगारी (नागपुर जिला उपाध्यक्ष), शीला घागरगुंडे(नागपुर जिला उपाध्यक्ष), साधना सोनारे (महासचिव, विदर्भ), लक्ष्मी वाघमारे (पश्चिम महाराष्ट्र), वंदना चंदनशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), शैलजा क्षिरसागर (पश्चिम महाराष्ट्र), कविता कापुरे (पश्चिम महाराष्ट्र), रजनी साळवे (पश्चिम महाराष्ट्र), भाग्यश्री शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), सुप्रिया माने (पश्चिम महाराष्ट्र), अनिता मेश्राम (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अमिता फुलकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), मिनाक्षी शहारे (सचिव, महाराष्ट्र), निलिमा भैसारे (महासचिव, महाराष्ट्र), शालिनीताई शेंडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), कल्पना गोवर्धन, राया गजभिये, वैशाली राऊत, ममता कुंभलवार, प्रिया वनकर, भारती खोब्रागडे, अल्का कोचे (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), छाया खोब्रागडे (विदर्भ विभाग उपाध्यक्ष), सीमा मेश्राम, सरिता बोरकर, सुजाता सोमकुवर (खापा), संध्या सोमकुवर (वाडी), प्रतिमा गोडबोले (रामटेक), पुष्पा कांबळे (अध्यक्षा, काटोल सर्कल), संगिता नानोटकर (कोराडी), स्मिता जिभे (रामटेक), प्रियंका टोंगसे (रामटेक), सुहासिनी शनिचरे (रामटेक) आदी महिला पदाधिकारी तथा *नागपुर शाखा* के पदाधिकारी नरेश डोंगरे (अध्यक्ष, नागपूर जिला), डॉ. राजेश नंदेश्वर (महासचिव, नागपूर शहर), मनिष खंडारे, रेवाराम वासनिक, प्रकाश बागडे, चंद्रशेखर दुपारे, राजु मेश्राम (कार्याध्यक्ष, नागपुर जिला), सुरेश रंगारी, सुनिल कुरील, सुहास चंद्रशेखर, निरज पाटील (कार्याध्यक्ष, काटोल सर्कल), उत्तम कांबळे (महासचिव, काटोल सर्कल) आदीयों ने सदर नियुक्ती पर, उनका अभिनंदन किया है.




Saturday, 14 August 2021

Hapoy Independent Day 2021

स्वातंत्र दिन पर आप सभी को मंगलमय भावना.




 ✍️ *जीवन संघर्षातील दु:खमय अश्रुंना सौंदर्य किनारा देणारा झरा : बुध्द..!!!*

    *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*, नागपूर

   राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन  सेल

     मो.न. ९३७०९८४१३८/९२२५२२६९२२

     

       'दलित' (?) हा शब्द आता मात्र फार विवादाचा विषय झालेला आहे. आणि ह्या 'दलितत्व' व्यवस्थेला आपण कां बरे आणि कधीपर्यंत स्विकारायला हवे ? हा सुध्दा एक फार महत्वपुर्ण प्रश्न आहे. निश्चितचं शोषित - पिडित - त्रासित ही वेदना भोगणारा भाव अस्पृश्य समाजावर लादला गेला होता. पुढे त्याला 'दलित' ह्या गोंडस शब्दाचे नामकरण हे दिले गेले. आणि त्या संदर्भीत साहित्य लिखाणाला 'दलित साहित्य' असे संबोधल्या जावु लागले. आणि *"दलित ह्या शब्दाने व साहित्याने समस्त जगतात आपले एक अलग अस्तित्व ही निर्माण केलेले होते."* पुढे दलित ह्या नावाने संघटना ही जन्माला आलेल्या होत्या. महत्वाचे म्हणजे ह्या सर्व घटना, १४ आक्टोंबर १९५६ च्या नंतरच्या आहेत. आणि तो क्रांती दिवस हा समस्त अस्पृश्य माणसाच्या मनात, नविन पुनर्जन्म झाल्याचा बोध करणारा असा पावन दिवस होता. *"प.पु. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ह्यांनी अस्पृश्य ह्या समाजाला, "बुध्द चेतना" भरण्याचा तो एक सिंहनाद होता. माणसाच्या मनात संघर्ष क्रांतीशक्ती रूजविण्याचा तो आर्त साद होता."* असे असतांना दलित शब्दाची ही नामावली धम्म क्रांतीनंतर आम्ही आपल्यावर तेव्हा कां बरे लादली होती...? हा एक गहण / चिंतनीय प्रश्न संशोधनाचा विषय म्हणायला हरकत नसावी. *"कारण बुध्द साहित्य निर्माणाचा प्राचिन इतिहास ही एक साक्ष आहे."* आणि "आंबेडकरी साहित्य व चळवळ" ही सुध्दा बुध्द चेतना भावाकडे घेवुन जाणारी एक महत्वपुर्ण कडी आहे...! 

      "दलित साहित्य" म्हणजे ज्वलंत विद्रोह, नकार, हुंकार...! तेव्हा दलित साहित्यात सौंदर्यशास्त्र कुठे आहे ..? असा कुत्सित प्रश्न तथाकथित मराठी साहित्यिक तेव्हा करू लागलेले होते. पण आंबेडकरी साहित्य असो वा, प्राचिन / अर्वाचिन बुध्द साहित्य असो, ह्या साहित्यामध्ये सौंदर्यशास्त्र कुठे आहे...? ही विचारायची हिंमत त्या तथाकथित मराठी साहित्यिक मंडळीमध्ये नाही...!!! *"कारण आंबेडकरी साहित्य असो किंवा बौध्द साहित्य असो, ह्या साहित्यामध्ये विद्रोह आहे, नकार आहे, हुंकार आहे, नैतिकता आहे, मानवता आहे, सामाजिक भाव आहे, निसर्ग आहे आणि सौंदर्य शास्त्र ही आहे...!"* आता आपण मराठी भाषेतील तथाकथित समस्त साहित्यिक मंडळींना, कालीदासाच्या लिखाणावर प्रश्न करायला हवेत. ललित, फलित आणि चर्वित ह्या साहित्यावर आपण प्रश्न करायला हवेत...! *"कालीदासाच्या साहित्यात नैतिकता आहे काय...? काम वासना / भोगवाद, स्त्री नग्नता, प्रेम मिलन ही भाव रचना म्हणजे भाषा सौंदर्य शास्त्र आहे काय?"* आणि हा हिनभाव जोपासणा-यां मंडळींना, आमचे न्यायप्रिय (?) असणारे साहित्यिक नैतिकवाद, समाजवाद, मानवतावाद आणि निसर्गवाद ह्या विषयावर प्रश्न विचारण्याची हिंमत कां बरे करीत नाहीत...? आणि मग त्यांच्यासोबत *"सौंदर्यशास्त्र "* ह्या विषयावर चर्चा करता येईल. पण असे न होणे, हा एक चिंतनाचा विषय आहे.

     महात्मा ज्योतिबा फुलेंच्या लिखाणावर व्याकरण भावाचा शोध घेणारे महामहिम असो वा, अण्णाभाऊ साठेंंचा वेदना हुंकार न समजणारे नादारी असो वा, बाबासाहेब आंबेडकर ह्यांनी दिलेला *"भारत राष्ट्रवाद - संविधानिक राष्ट्रवाद - मानवता राष्ट्रवाद"* समजुन न घेणारी बिन-अकल मदारी असो वा, भदंत अश्वघोष (कालीदासाचा कालखंड हा अश्वघोष ह्यांच्या बराच नंतरचा आहे) ह्या बौध्द आद्य साहित्यिकाची *"सौदरानंद / बुध्दचरित्र"* हे नैतिकवाद सांगणारे बुध्दवादी साहित्य असो वा, मग ही महासुपीके *बुध्द आदर्शवाद - बुध्द नैतिकवाद - बुध्द निसर्गवाद - धम्ममय क्रांतीवाद हे कसे समजणार आहेत...?* हा गंभिर प्रश्न आहे ! ज्यांनी बुध्दाच्या मानवतावाद तत्वज्ञानाचा आणि साहित्याचा चिंतनमय असा अभ्यास केलेला नाही, अशी ही महाशय, प. पु. डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर ह्यांना काय समजुन घेणार आहेत ? आणि जगात *"बुध्द हवे की युध्द"* ही होणारी विश्व चर्चा, सहज अशी म्हणावी काय ...???

    ललित / फलित कथानकातील असो की, ते नाटकातील असो की, वा चलचित्रामधिल असो, त्यामध्ये दलित नायक / नायिकांचे चारित्र, हे विशेषत: फार हिन दाखविले जात असते. आणि जर कुठे कधी दलित नायक / नायिकेला चारित्र संपन्न असे दाखविले गेले असेल वा जात असेल तर, ती पात्र घटना ही अपवाद स्वरूपात म्हणता येईल. *"आजच्या सिनेसृष्टीत अंग प्रदर्शन करणा-या नट्या घ्या किंवा सिने निर्मात्यांसोबत अनैतिक शय्या करणारा तो भाव घ्या, ह्यात दोन्ही पक्ष हा कोणता नैतिकवाद जोपासणारे आहेत...?"* ह्याला आम्ही काय म्हणायला हवे..? आणि सदर पात्र हे कोणत्या वर्गाचे प्रतिबिम्ब करणारे आहे...? *"झोपडपट्टीत खडतर आयुष्य जगणा-या ह्या शोषित समाजाने, धम्म क्रांतीनंतर ह्या सहासष्ट वर्षाच्या अल्पश्या काळामध्ये, शोषक वर्गासमक्ष घेतलेली उंच भरारी, ह्याचे वैचारिक मोजमाप आपण कोणत्या ह्या वैज्ञानिक मापाने करणार आहात...?"* हा खरा प्रश्न आहे. आणि जगाच्या इतिहासात ती घटना एक मैलाचा दगड ठरलेली आहे..! जगाचा तो एक इतिहास झालेली आहे.

      *"साहित्य आणि चळवळ"* ही खरे तर माणसाच्या जीवनाचा आरसा असायला हवा. *"केवळ ललित / फलित / चर्वित साहित्याचा मोठा उदो उदो केल्याने ती जनमाणसात घट्ट पाय रोवणार आहे, ह्या हिन भावातुन बाहेर पडणे गरजेचे आहे. कारण ती सवर्णभाव जोपासणा-या ४% घटकाचा एक प्रतिबिंब आहे...!"* ती फक्त शोषक वर्गाची मायबोली आहे. आम्ही अश्या साहित्यिक वर्गाच्या मोहजालात फसायला नको ! *"बुध्द हे मानवतावाद, नैतिकवाद, समाजवाद, निसर्गवाद, सौंदर्यशास्त्र ह्या विचारांचा आवाज आहेत...!"* जीवन संघर्षातील दु:खमय अश्रुंना सौंदर्य किनारा देणारा तो एक झरा आहे. खरा प्रश्न येथे देववाद आहारी जाण्याचा आहे. धर्मांधवाद आजाराचा आहे. जातीयवाद फोफावण्याचा आहे. हा *"जटील गुंता सोडविण्याचे खरे सामर्थ ललित / फलित / चर्वित साहित्य आणि चळवळीत आहे काय...?"* जर ते सामर्थ तुमच्यात नसेल तर, बुध्द साहित्य आणि चळवळीतील *"व्यक्ती आदर्शवाद - समाज आदर्शवाद - राष्ट्र आदर्शवाद"*  आम्ही जोपासायला हवा...! *"बुध्द सौंदर्य किरणाच्या"* माध्यमातुन दु:खमय अश्रुंना पुसण्याकरिता हे फार गरजेचे आहे...!!!


* * * * * * * * * * * * * * * * * *



Sunday, 8 August 2021

Dr. Milind Jiwane 'Shakya' presented his speech in HWPL H.Q. Korea

 👌 *HWPL (H.Q.: Korea) इस विश्व स्तरीय आंतरराष्ट्रिय संघटन की ओर से ८ अगस्त २०२१ को झुम पर, "धर्म में संगित...!" इस विषय पर आयोजित "आंतरधर्मीय परिसंवाद" कार्यक्रम...!*

* *डा. मिलिन्द जीवने,* अध्यक्ष - अश्वघोष बुध्दीस्ट फाऊंडेशन, नागपुर *(बुध्दीस्ट एक्सपर्ट / फालोवर)* इन्होंने "अंगुलीमाल" इस हिंदी मुव्ही का एक गीत दिखाकर, पुछे गये एक प्रश्न का, इस प्रकार उत्तर दिया !


* *गीत* :- अंगुलीमाल (मुव्ही)

* *गाने के बोल है* :- हे मानव तु मुख से बोल, बुध्दं सरणं गच्छामी....!

* *अंगुलीमाल* इस खुंखार डाकु के जीवन पर आधारीत, यह बहुत पुराना मुव्ही है. अंगुलीमाल का मुल नाम *अहिंसक*  था. वह बहुत हुशार तथा अपने गुरु का प्रिय शिष्य था. और गुरुमाता भी उससे स्नेह करती थी. इस कारणवश उसके सहपाठी अहिंसक से, बहुत ईर्शा करते थे. और उन सहपाठियों ने अपने गुरू से गुरुमाता - अहिंसक के बीच अनैतिक संबध होने की गलतफहमियां गुरु के मन मे भरी. अंत मेे गुरुकुल की शिक्षा पुर्ण होने के पश्चात, अहिंसक ने अपने गुरु से, गुरुदक्षिणा क्या दुं...? यह बात पुछी. गुरु को अपना बदला लेना था. अत: *"गुरुने उसे सौं लोगों की उंगलीया लाने की,"* यह जटील गुरुदक्षिणा मांगी. अर्थात यहां गुरु का उद्देश था कि, अहिंसक यह गुरुदक्षिणा नही दे सकेगा. और अगर उसने किसी की उंगलियां काटने की कोशीश की भी, राजा उसको मृत्युदंड देगा.  *"परंतु उसने ९९ लोगों की हत्या कर, उनके उंगलियों की माला पहनने के कारण, लोगों ने उसे "अंगुलीमाल" यह नाम दिया."* अंत मे अंगुलीमाल जहां रहता था, उस जंगल की ओर, तथागत बुध्द निकल पडे. परंतु डाकु अंगुलीमाल बुध्द को नही पकड पाया. ना ही उनकी हत्या कर पाया. और अंत मे, डाकु अंगुलीमाल ने अपनी खडग, बुध्द के चरण में रखकर, बुध्द को शरण गया. उस मुव्ही का यह गीत, बुध्द की महिमा बयान करता है.

* *गीत का लिंक* -

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1967976446595725&id=100001501665870&sfnsn=wiwspwa


* *गीत का भावार्थ* :- इस गीत मे मनुष्य को आवाहन किया है,

- बुध्द का अनुसरण करो.

- धम्म का अनुसरण करो.

- संघ का अनुसरण करो.

    गीतकार ने यह गीत पांच भागों मे लिखा है. पहले भाग में, दु:ख की घडीयां, झुठ का विजय, अन्यायों की आंधी, इस पर वर्णीत है. दुसरे भाग में, नायिका से प्रेमी का रूठना , प्यार की यादें सताना, इन पर वर्णीत है. तिसरे भाग में, निर्दयता का बढना, अहिंसा का अभाव, सत्य से परे होना, इस पर वर्णित है. चवथे भाग में, दुनिया से प्यार उठ जाना, मां की ममता, बेटे की तलवार उठना, धरती का कांप जाना, अंबर का जगमगाना, इस पर वर्णीत है. अर्थात उपरोक्त चारो समस्यां का हल, पाचवें भाग में वर्णीत है. बुध्द द्वारा जन मन का अंधियारा दुर करना, उनकी एक किरण से जग में खुशीयाली आना, सत्य के दीप का जलना, अंहिंसा का निनाद होना, समस्त विश्व में बुध्द मंत्र का गुंज जाना, यह भाव बताते हुये, सुख - शांती की छाया आने की बात कहीं है...!!!


* प्रश्न - १ : *आप के शास्त्र के आधार पर, आप के धर्म मे संगित और गीत की क्या भुमिका और महत्व है...?*

* * बुध्द धर्म में *"गीत एवं संगित का महत्व,"* इस संदर्भ में कहा जाएं तो, बुध्द धर्म की समस्त पाली गाथाएं, यह गीत रुप में ही है. और संगित रूप में वे कही जाती है. या वह गायी भी जाती है. समस्त बुध्द धम्म का सार, हम केवल दो ही पंक्तीयों में, संगितबध्द करते हुये, हम बोल भी सकते है....! और वह कहीं जाती हैं...!!!

*सब्ब पापस्स अकरणं, कुसलस्स उपसम्पदा*

*सचित्तो परियो दपनं, एतं बुध्दानं सासनं |*

(अर्थ :- सभी प्रकार के अकुशल कर्म ना करना, कुशल कर्म करना, चित्त को परिशुध्द करना, यही बुध्द की शिक्षा है. यही बुध्द का शासन है.)

      गीत और संगित क्या है...?  चित्त को जगाना, चित्त को केंद्रीत करना, चित्त को परिशुध्द करना, इस का एक उत्तम भाव है. प्राचिन काल में पहला गीत / संगितबध्द नाटक लिखाण करनेवाले भदंत *अश्वघोष* थे. कालीदास का तो, उनके बहुत साल बाद जन्म हुआ. भदंत अश्वघोष की प्रसिद्घ *"सौंदरानंद / बुध्दचरित्र"* यह गीत / संगित रचना, उसकी साक्ष है. बौध्द काल में, राजा के राजमहल में, गीत एवं संगित की मैफिल हुआ करती थी. वैशाली की नगरवधु - नृत्यांगना *"आम्रपाली "* इसे समस्त विश्व, अच्छे से परिचित है. धर्म में गीत / संगित, यह केवल मनोरंजन का साधन नही था. बल्की लोगों को जगाने का, चेतना भरने का, शिक्षा का एक साधन था. और आज भी है...!


* * * * *  * * * * * * * *

* परिचय : -

* *डाॅ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'*

    (बौध्द - आंबेडकरी लेखक /विचारवंत / चिंतक)

* मो.न.‌ ९३७०९८४१३८, ९२२५२२६९२२

* राष्ट्रिय अध्यक्ष, सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी वुमन विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी एम्प्लाई विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी ट्रायबल विंग

* राष्ट्रिय पेट्रान, सीआरपीसी वुमन क्लब

* अध्यक्ष, जागतिक बौध्द परिषद २००६ (नागपूर)

* स्वागताध्यक्ष, विश्व बौध्दमय आंतरराष्ट्रिय परिषद २०१३, २०१४, २०१५

* आयोजक, जागतिक बौध्द महिला परिषद २०१५ (नागपूर)

* अध्यक्ष, अश्वघोष बुध्दीस्ट फाऊंडेशन नागपुर

* अध्यक्ष, जीवक वेलफेयर सोसायटी

* माजी अध्यक्ष, अमृतवन लेप्रोसी रिहबिलिटेशन सेंटर, नागपूर

* अध्यक्ष, अखिल भारतीय आंबेडकरी विचार परिषद २०१७, २०२०

* आयोजक, अखिल भारतीय आंबेडकरी महिला विचार परिषद २०२०

* अध्यक्ष, डाॅ. आंबेडकर आंतरराष्ट्रिय बुध्दीस्ट मिशन

* माजी मानद प्राध्यापक, डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक संस्थान, महु (म.प्र.)

* आगामी पुस्तक प्रकाशन :

* *संविधान संस्कृती* (मराठी कविता संग्रह)

* *बुध्द पंख* (मराठी कविता संग्रह)

* *निर्वाण* (मराठी कविता संग्रह)

* *संविधान संस्कृती की ओर* (हिंदी कविता संग्रह)

* *पद मुद्रा* (हिंदी कविता संग्रह)

* *इंडियाइझम आणि डाॅ. आंबेडकर*

* *तिसरे महायुद्ध आणि डॉ. आंबेडकर*

* पत्ता : ४९४, जीवक विहार परिसर, नया नकाशा, स्वास्तिक स्कुल के पास, लष्करीबाग, नागपुर ४४००१७








Saturday, 7 August 2021

Film Star Firdos Shraff Brother of Bomman Irani met CRPC National Chairman, Dr. Milind Jiwane at Nagpur.

 * *सिने अभिनेता फिरदोस श्राफ (थ्री इडियेट फेम बोम्मन इराणी का भाई) इनकी सीआरपीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मिलिंद जीवने से मुलाखत...!*

      सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं "फेरारी की सवारी / मंगल मिशन / अंधाधुंद / दरबार" इन मुव्ही के अभिनेता *फिरदोस श्राफ* (थ्री इडियेट फिल्म के बोम्मन इराणी के भाई) इन्होने सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनके साथ सेल के नागपुर मुख्यालय में भेंट की. और संघटन विस्तार पर चर्चा की. उस अवसर पर सेल के राष्ट्रीय पदाधिकारी *प्रा. वंदना जीवने / शंकरराव ढेंगरे / डॉ. मनिषा घोष / सचिन टेंभुर्णे / अधिर बागडे / प्रेम नगरारे / राकेश डोंगरे / प्राची सारवे* आदी पदाधिकारी उपस्थित थे.


* *प्रा.‌ वंदना जीवने,* राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा

* *डॉ. किरण मेश्राम,* राष्ट्रीय महासचिव

* *आशा तुमडाम,* राष्ट्रीय अध्यक्ष, ट्रायबल विंग

* *प्रा. वर्षा चहांदे,* राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा, वुमन विंग

* *डॉ. मनिषा घोष,* प्रदेश अध्यक्ष

* *डॉ. भारती लांजेवार,* प्रदेश अध्यक्ष (महिला विंग)





Film Star Firdos Shraff Brotherof Bomman Irani visited Dr. Ambedkar Memorial alingwith Dr. Milind Jiwane


* *सिने अभिनेता फिरदोस श्राफ (थ्री इडियेट फेम बोम्मन इराणी का भाई) इन्होने दस नंबर पुल स्थित नामांतर शहिद स्मारक को अभिवादन किया...!*

      सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं "फेरारी की सवारी / मंगल मिशन / अंधाधुंद / दरबार" इन मुव्ही के अभिनेता *फिरदोस श्राफ* (थ्री इडियेट फिल्म के बोम्मन इराणी के भाई) इन्होने सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनके साथ दस नंबर स्थित *"डॉ. आंबेडकर नामांतर शहिद स्मारक* को, पुष्पचक्र अर्पन कर अभिवादन किया. उस अवसर पर सेल के राष्ट्रीय पदाधिकारी *प्रा. वंदना जीवने / शंकरराव ढेंगरे / डॉ. मनिषा घोष / सचिन टेंभुर्णे / अधिर बागडे / प्रेम नगरारे / राकेश डोंगरे / प्राची सारवे* आदी पदाधिकारी उपस्थित थे.


* *प्रा.‌ वंदना जीवने,* राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा

* *डॉ. किरण मेश्राम,* राष्ट्रीय महासचिव

* *आशा तुमडाम,* राष्ट्रीय अध्यक्ष, ट्रायबल विंग

* *प्रा. वर्षा चहांदे,* राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा, वुमन विंग

* *डॉ. मनिषा घोष,* प्रदेश अध्यक्ष

* *डॉ. भारती लांजेवार,* प्रदेश अध्यक्ष (महिला विंग)





Film Star Firdos Shraff (Brothet of Film Star Bomman Irani) visited Hospital for knowing health of Steffy Milind Jiwane

 🎬 *फिल्म अभिनेता फिरदोस श्राफ (थ्रि इडियेट फेम बोम्मन इराणी का भाई) का स्टेफी जीवने को देखने डॉ. प्रविण नितनवरे को हास्पिटल को भेट ...!*

      सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं "फेरारी की सवारी / मंगल मिशन / अंधाधुंद / दरबार" इन मुव्ही के अभिनेता *फिरदोस श्राफ* (थ्री इडियेट फिल्म के बोम्मन इराणी के भाई) इन्होने सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इनकी बेटी *स्टेफी मिलिन्द जीवने* इनको डॉ. प्रविण नितनवरे इनके हास्पिटल में एड्मिट होने की सुचना मिलने पर, वे तुरंत स्टेफी को मिलने हास्पिटल पहुंचे. जहां हास्पिटल के संचालक *डॉ. प्रविण नितनवरे* तथा *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्होने उनका स्वागत किया. उस समय प्रेम नगरारे, एलेक्स जीवने उपस्थित थे.





Tuesday, 3 August 2021

Sachin G Tembhurne posted Coordinator of Vidarbha Region of Civil Rights Protection Cell

 🤝 *सचिन जी. टेंभुर्णे इनकी सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल - विदर्भ विभाग के "संघटक" पद पर नियुक्ती...!!!*


    सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल (CRPC) - विदर्भ विभाग के *"संघटक"* पद पर, *सचिन जी. टेंभुर्णे*  इनकी नियुक्ती CRPC महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष *डॉ. मनिषा घोष* इन्होने, जाहिर की है. सदर नियुक्ती की सुचना सीआरपीसी एम्प्लाई विंग / वुमन विंग / वुमन क्लब / ट्रायबल विंग के *"राष्ट्रीय पेट्रान"* तथा सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य'* इन्हे भेजी गयी है.

     उपरोक्त नियुक्ती पर *"सी. आर. पी. सी. के राष्ट्रीय पदाधिकारी गण"* - प्रा. डॉ. फिरदोस श्राफ (फिल्म स्टार - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), एन. पी. जाधव (माजी उपजिल्हाधिकारी - राष्ट्रीय सचिव), सुर्यभान शेंडे (राष्ट्रीय सचिव), विजय बौद्ध (संपादक - राष्ट्रिय सचिव), प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय महासचिव), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय सचिव), अमित कुमार पासवान (राष्ट्रीय सहसचिव), अॅड. डॉ. मोहन गवई (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), अॅड. हर्षवर्धन मेश्राम (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), अॅड. संदिप ताटके (राष्ट्रीय कानुनी सल्लागार), *"सी.आर.पी.सी. एम्प्लाई (कर्मचारी) विंग"* के राष्ट्रिय पदाधिकारी - प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय अध्यक्षा), सत्यजीत जानराव (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (राष्ट्रीय महासचिव), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. डॉ. मनिष वानखेडे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. डॉ. नीता मेश्राम (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. नितिन तागडे (राष्ट्रीय सचिव), शंकरराव ढेंगरे (राष्ट्रीय सल्लागार), निवॄत्ती रोकडे (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), अॅड. दयानंद माने (राष्ट्रीय कानुनी सलाहकार), प्रा. डॉ. भारत सिरसाठ (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र) तथा *"सी.आर.पी.सी. राष्ट्रीय महिला विंग"* की प्रा. वंदना जीवने (संस्थापक अध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय अध्यक्षा), प्रा. डॉ. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), ममता वरठे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), रेणू किशोर (झारखंड - राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. डॉ. प्रिती नाईक (राष्ट्रीय महासचिव - मध्य प्रदेश), इंजी. माधवी जांभुलकर (राष्ट्रीय सचिव), मीना उके (राष्ट्रीय सचिव), नंदा रामटेके (छत्तीसगड - राष्ट्रीय सचिव), आशा तुमडाम (राष्ट्रीय सचिव), प्रा. डॉ. नीता मेश्राम (राष्ट्रीय सहसचिव), प्रा. डॉ. ममता मेश्राम (राष्ट्रीय सहसचिव), प्रा. डॉ. सविता कांबळे (राष्ट्रीय सहसचिव), डॉ. साधना गेडाम (राष्ट्रीय सहसचिव) इन्होने अभिनंदन किया है. *"सी.आर.पी.सी. वुमन क्लब"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय अध्यक्षा), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा), प्रा. वर्षा चहांदे (राष्ट्रीय उपाध्यक्षा), डॉ. मनिषा घोष (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष), ममता वरठे (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), प्रा. डॉ. नीता मेश्राम (राष्ट्रीय सचिव), आशा तुमडाम (राष्ट्रीय सचिव), कल्याणी इंदोरकर (राष्ट्रीय सचिव), अमिता फुलकर (राष्ट्रीय सहसचिव) *"सी.आर.पी.सी. ट्रायबल (आदिवासी) विंग"* के राष्ट्रीय पदाधिकारी - आशा तुमडाम (राष्ट्रीय अध्यक्ष), सतिश सलामे (राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष), विलास सिडाम (राष्ट्रीय संघटक), प्रा. वंदना जीवने (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. किरण मेश्राम (राष्ट्रीय सल्लागार), डॉ. मोहन गवई (कायदेशीर सल्लागार),  डा. श्रीधर गेडाम (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), अॅड. स्वाती मसराम (राष्ट्रीय महासचिव), अर्चना पंधरे (राष्ट्रीय सचिव), मधुकर सडमेक (राष्ट्रीय सचिव), राजेश वट्टी (राष्ट्रीय सचिव), रवी मेडा- मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सचिव), प्रमिला रामेश्वर परते - मध्य प्रदेश (राष्ट्रीय सहसचिव), अंजना मडावी (राष्ट्रीय सचिव), स्मिता माटे (राष्ट्रीय सचिव), विशाल चिमोटे (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र) इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. (मेन विंग) के प्रदेश पदाधिकारी"* - डॉ. मनिषा घोष (अध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), महेंद्र मानके (प्रोजेक्ट इन चार्ज), इंजी. डॉ. विवेक मवाडे (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द बडोले (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), नमो चकमा (अध्यक्ष, अरुणाचल प्रदेश), सुब्रमण्या महेश (अध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), दिपक कुमार (अध्यक्ष, बिहार राज्य), पुष्पेंद्र मीना (अध्यक्ष, राजस्थान राज्य), रेणु किशोर (अध्यक्ष, झारखंड प्रदेश), लाल सिंग आनंद (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश), अमित कुमार पासवान (कार्याध्यक्ष, बिहार), सत्यजीत जानराव (महासचिव, महाराष्ट्र राज्य),  रोहिताश मीना (राजस्थान), मीना उके (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), मिलिन्द धनवीज (प्रदेश उपाध्यक्ष), प्रा. वर्षा चहांदे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), गिरीश व्यंकटेश (प्रदेश उपाध्यक्ष, कर्नाटक प्रदेश), सुनिल चव्हान (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. गौतमादित्य (अध्यक्ष, मराठवाडा विभाग), प्रा. राज अटकोरे (महासचिव, मराठवाडा विभाग), अॅड. रविंदरसिंग धोत्रा (गुजरात), संजय टिकार (मध्य प्रदेश), आंचल श्रीवास्तव (गुजरात), मंटुरादेवी मीना (राजस्थान), चंद्रिका बहन सोलंकी (गुजरात), मुसाफिर (बिहार), प्रा. नितिन तागडे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अधिर बागडे (कार्याध्यक्ष, विदर्भ विभाग), ममता वरठे (अध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. नामदेव खोब्रागडे (कार्याध्यक्ष, विदर्भ विभाग), अविनाश गायकवाड (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), मिलिंद गाडेकर (महासचिव, विदर्भ विभाग), चरणदास नगराले (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), प्रा. भारत सिरसाठ - एरंडोल (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), खेमराज मेश्राम (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कॅप्टन सरदार कर्नलसिंग दिगवा (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), सचिन जि. गोंडाने (विदर्भ विभाग संघटक), अशोक निमसरकार (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), डॉ. श्रीधर गेडाम (प्रदेश‌ अध्यक्ष, तेलंगाना), प्रा. डॉ. किशोर वानखेडे (प्रदेश कार्याध्यक्ष, तेलंगाना), मनोहर गेडाम (प्रदेश संघटक, तेलंगाना), गजानन वैद्द (प्रदेश महासचिव, तेलंगाना), गणेश बोडखे (उपाध्यक्ष, विदर्भ विभाग), निवॄत्ती रोकडे (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. दयानंद माने (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र),  अॅड. हौसेराव धुमाल (समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. शशिकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. गोरख बनसोडे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. डॉ. सुनिल गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), महादेव कांबळे - उपसंपादक (पश्चिम महाराष्ट्र), अंगद गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), सोमनाथ शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. अर्जुन कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. बोधी प्रकाश (पश्चिम महाराष्ट्र), अॅड. डी. एच. माने (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. सागर कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), सुर्यकांत गायकवाड (पश्चिम महाराष्ट्र), नागनाथ सोनवणे (उपाध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), सुनिल कांबले (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. विवेक गजशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), प्रा. श्रीकांत सिरसाठे (अध्यक्ष, कोंकण विभाग), प्रा. अंकुश सोहनी (कार्याध्यक्ष, कोकण विभाग), श्रीकांत जंवजाळ (महासचिव, कोकण विभाग), डॉ. लक्ष्मण सुरवसे (कोंकण विभाग), डॉ. शिवसजन कान्हेकर (कोंकण विभाग), प्रा. कानिफ भोसले (कोंकण विभाग), प्रा. विलास खरात (कोंकण विभाग), डॉ. शिवराज गोपाळे (कोंकण विभाग), डॉ. निलेश वानखेडे (कोंकण विभाग), विलास गायकवाड (कोंकण विभाग), पत्रकार शरद मोरे (कोंकण विभाग), हर्षवर्धन (छपरा, बिहार) आदी पदाधिकारी वर्ग ने भी अभिनंदन किया है.

     इसके साथ ही *"सी. आर. पी. सी. के विभिन्न शाखा पदाधिकारी"* - एल. के. धवन (अध्यक्ष, मुंबई शहर), मुकेश शेंडे (अध्यक्ष, चंद्रपूर शहर), गौतमादित्य (अध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), प्रा. दशरथ रोडे (अध्यक्ष, बीड जिला), भारत थोरात (कार्याध्यक्ष, औरंगाबाद जिला), डॉ. नामदेव खोब्रागडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), मिलिंद धनवीज (अध्यक्ष, यवतमाल जिला), प्रा. योगेंद्र नगराले (अध्यक्ष, गोंदिया जिला), इंजी. स्वप्नील सातवेकर (अध्यक्ष, कोल्हापूर जिला), संजय बघेले (अध्यक्ष, गोंदिया शहर), डॉ. देवानंद  उबाले (अध्यक्ष, जलगाव जिला), बापुसाहेब सोनवणे (अध्यक्ष, नासिक जिला), निखिल निकम (कार्याध्यक्ष, नासिक जिला), अंगद गायकवाड (अध्यक्ष, सोलापुर जिला), राजेश परमार (गुजरात), कमलकुमार चव्हाण (गुजरात), हरिदास जीवने (अध्यक्ष, पुसद जिला), प्रा. मिलिंद आठवले (अध्यक्ष, औरंगाबाद शहर), एड. रमेश विवेकी (अध्यक्ष, लातुर जिला), शांताराम इंगळे (अध्यक्ष, बुलढाणा जिल्हा), गौतम जाधव (कार्याध्यक्ष, मुंबई शहर), प्रवीण दाभाडे (महासचिव, मुंबई शहर), सुरेश वाघमारे (अध्यक्ष, उत्तर मुंबई), किशोर शेजुल (अध्यक्ष, जालना), मनिष खर्चे (अध्यक्ष, अकोला), संदिप गायकवाड (महासचिव, जालना), सिध्दार्थ सालवे, प्रशांत वानखेडे, विनोद भाई वनकर (गुजरात), धर्मेंद्र गणवीर, सुधिर जावले, हॄदय गोडबोले (अध्यक्ष, भंडारा जिला), महेंद्र मछिडा (गुजरात), प्रियदर्शी सुभुती (गुजरात), राजेश गोरले (समन्वयक, विदर्भ), अमित जाधव (जिल्हा अध्यक्ष, ठाणे) *प्रदेश‌ ट्रायबल (आदिवासी) विंग* के विशाल चिमोटे (प्रदेश अध्यक्ष, महाराष्ट्र), किसनलाल मडावी (प्रदेश कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र) अनिता मसराम (प्रदेश महासचिव, महाराष्ट्र), मनिषा मसराम (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), दिलिप सुरपाम (प्रदेश संघटक, महाराष्ट्र), अनिलकुमार धुर्वे (प्रदेश उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र) *सीआरपीसी ट्रायबल विंग के अन्य पदाधिकारी* - पवन मोरे (नांदेड जिला अध्यक्ष, महाराष्ट्र), कोंडु मडावी (आदिलाबाद जिला अध्यक्ष, तेलंगाना), युवराज आडे (कार्याध्यक्ष, आदिलाबाद, तेलंगाना), तिरु. बलराम ऊइके (प्रदेश अध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरू माय गितेश्वरि कुंजाम (प्रदेश उपाध्यक्ष, मध्य प्रदेश), तिरु. अड. हेमराज कंगाले (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरू. सुर्यभान कवडेति (प्रदेश सचिव, मध्य प्रदेश), तिरु. शिवराज सिंह उरवेति (प्रदेश संघटक, मध्य प्रदेश), विरेंद्र इडपाचे (प्रदेश कोषाध्यक्ष, मध्य प्रदेश) इसके साथ हई *प्रदेश‌ महिला विंग*  की - डॉ. भारती लांजेवार (अध्यक्ष, महाराष्ट्र प्रदेश), अर्चना रामटेके (कार्याध्यक्ष, महाराष्ट्र), गायिका - ज्योती चौहान - मुंबई (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र राज्य), डॉ. सारिका कांबले (जानराव) - (अध्यक्ष, गुजरात प्रदेश), अॅड. श्रृती संकपाल (अध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), वैशाली जानराव - (कार्याध्यक्ष, पश्चिम महाराष्ट्र), डॉ. सुवर्णा घिमघिमे (महासचिव, पश्र्चिम महाराष्ट्र), संजीवनी आटे (अध्यक्ष, विदर्भ), रंजना गांगुर्डे (अध्यक्ष, उत्तर महाराष्ट्र), ममता गाडेकर (नागपुर जिला अध्यक्ष), दिशा चनकापुरे (महाराष्ट्र उपाध्यक्ष), रिता बागडे, मंगला वनदूधे (विदर्भ समन्वयक), लीना तुमडाम (सचिव, विदर्भ), प्रिती खोब्रागडे (संघटक, महाराष्ट्र), हिना लांजेवार, वीणा पराते (नागपुर जिला कार्याध्यक्ष), पवित्रा बांबोळे (अध्यक्षा, चंद्रपुर जिला), अपर्णा गाडेकर(नागपुर जिला उपाध्यक्ष), वीणा वासनिक (संघटक, महाराष्ट्र), अॅड. निलिमा लाडे आंबेडकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), कल्याणी इंदोरकर (प्रदेश उपाध्यक्ष), वैशाली रामटेके (प्रदेश सचिव), शोभा मेश्राम (प्रदेश सचिव), इंदु मेश्राम (सचिव, विदर्भ विभाग), संध्या रंगारी (नागपुर जिला उपाध्यक्ष), शीला घागरगुंडे(नागपुर जिला उपाध्यक्ष), साधना सोनारे (महासचिव, विदर्भ), लक्ष्मी वाघमारे (पश्चिम महाराष्ट्र), वंदना चंदनशिवे (पश्चिम महाराष्ट्र), शैलजा क्षिरसागर (पश्चिम महाराष्ट्र), कविता कापुरे (पश्चिम महाराष्ट्र), रजनी साळवे (पश्चिम महाराष्ट्र), भाग्यश्री शिंदे (पश्चिम महाराष्ट्र), सुप्रिया माने (पश्चिम महाराष्ट्र), अनिता मेश्राम (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), अमिता फुलकर (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), मिनाक्षी शहारे (सचिव, महाराष्ट्र), निलिमा भैसारे (महासचिव, महाराष्ट्र), शालिनीताई शेंडे (जिला अध्यक्ष, गडचिरोली), कल्पना गोवर्धन, राया गजभिये, वैशाली राऊत, ममता कुंभलवार, प्रिया वनकर, भारती खोब्रागडे, अल्का कोचे (उपाध्यक्ष, महाराष्ट्र), छाया खोब्रागडे (विदर्भ विभाग उपाध्यक्ष), सीमा मेश्राम, सरिता बोरकर, सुजाता सोमकुवर (खापा), संध्या सोमकुवर (वाडी), प्रतिमा गोडबोले (रामटेक), पुष्पा कांबळे (अध्यक्षा, काटोल सर्कल), संगिता नानोटकर (कोराडी), स्मिता जिभे (रामटेक), प्रियंका टोंगसे (रामटेक), सुहासिनी शनिचरे (रामटेक) आदी महिला पदाधिकारी तथा *नागपुर शाखा* के पदाधिकारी नरेश डोंगरे (अध्यक्ष, नागपूर जिला), डॉ. राजेश नंदेश्वर (महासचिव, नागपूर शहर), मनिष खंडारे, रेवाराम वासनिक, प्रकाश बागडे, चंद्रशेखर दुपारे, राजु मेश्राम (कार्याध्यक्ष, नागपुर जिला), सुरेश रंगारी, सुनिल कुरील, सुहास चंद्रशेखर, निरज पाटील (कार्याध्यक्ष, काटोल सर्कल), उत्तम कांबळे (महासचिव, काटोल सर्कल) आदीयों ने सदर नियुक्ती पर, उनका अभिनंदन किया है.



Dr. Milind Jiwane 'Shakya' in Talegaon Dabhade's Dr. Babasaheb Ambedkar Bunglow function.

 *डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर* ह्यांच्या *तळेगाव‌ दाभाडे* येथिल बंगल्यातील ट्रस्टी द्वारा सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल चे राष्ट्रीय अध्यक्ष *डॉ. मिलिन्द जीवने 'शाक्य"* ह्यांचे *"धम्म प्रचारातील आवाहने"* ह्या विषयावर व्याख्यान "वर्षावास कार्यक्रम" निमित्त दिनांक ३१ जुलै २०२१ * आयोजित करण्यात आले होते.  सदर कार्यक्रमात *HWPL H.Q. Korea* ह्या आंतरराष्ट्रीय संघटनेत कार्यरत *मिस इलिन* ह्या सहभागी होवुन तिने पाठविलेले सदर कार्यक्रमाचे फोटो काही क्षणचित्रे...! ह्यामध्ये सिव्हिल राईट्स प्रोटेक्शन सेल च्या *प्रा. वंदना जीवने / डॉ. किरण मेश्राम* सहभागी झालेल्या होत्या. आयोजन *लिंबराज कांबळे* ह्यांचे होते.